चीन को अपने पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना और द्विपक्षीय विवादों को सुलझाना चाहिए, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव बढ़ाने की बीजिंग की कोशिशों का कम से कम विरोध हो। भारत के साथ डोकलाम विवाद के हल के कुछ सप्ताह बाद बुधवार को चीनी मीडिया ने अपने ही देश को यह सलाह दी है।
सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में कहा गया है, ‘हमें अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए, लेकिन पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना चाहिए।’ इसमें कहा गया कि चीन को पड़ोसियों के साथ विवाद सुलझाना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसे अपनी महत्वाकांक्षाओं को हासिल करने के प्रयासों का कम से कम विरोध और अधिकतम समर्थन हासिल करने की जरूरत है। यही हमारी बुनियादी रणनीति है।’
लेख के अनुसार, चूंकि दुनिया में कोई भी चीन की तरफ देखने की हिम्मत नहीं करता है। ऐसे में उसको अधिक जरूरी मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। चीन को अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के साथ ही पड़ोसियों के साथ विवाद से भी बचना चाहिए।
लेख में भारत, जापान, वियतनाम और दक्षिण चीन सागर क्षेत्र के अन्य पड़ोसी देशों पर अपरोक्ष रूप से निशाना भी साधा गया है। कहा गया है कि कुछ पड़ोसी देश चीन के साथ समुद्री और जमीन विवादों को सुलझाने में कड़ा रुख अपना रहे हैं। वे बीजिंग से फायदा लेने की कोशिश कर रहे हैं। जब चीन शांतिपूर्ण विकास के लिए काम कर रहा है तब कुछ पड़ोसी अपने समुद्री और सीमा विवाद सुलझाने के लिए आक्रामक कोशिशों में जुटे हैं। चीन का पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ समुद्री विवाद है। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे का वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान विरोध करते हैं।