20 अप्रैल से पूरे देश मे लॉक डाउन तो कायम रहेगा , मगर काम काज के लिहाज से अर्थ व्यवस्था में थोड़ी तेजी बनाये रखने के लिए काम काज में थोड़ी ढील दी जा रही है । केंद्र सरकार द्वारा दी गयी है । साथ ही 24 अप्रैल से रमजान भी शुरू होने वाला है । केंद्र सरकार की तरफ से सख्त हिदायत है कि ढील जरूर दी जाए मगर इस ढील के दौरान senetizetion और सोशल डिस्टनसिंग में कोई ढील नही बरती जाए । और जो इन नियमों को तोड़ते नज़र आये उनपर सख्त करवाई की जाए । इस रियायत और लॉक डाउन में दी गयो इस ढील को लेकर कितना तैयार है असम इस पर असम के डीजीपी भास्कर ज्योति मोहन्ता से अनिता चौधरी ने एक्सक्लूसिव बातचीत की । डीजीपी भास्कर ज्योति मोहन्ता ने अपने बात चीत में कहा कि जिस सेक्टर में भी केंद्र सरकार की तरफ से रियायत देने के लिए गाइडलाइन जारी की गयी है असम प्रशासन उसका पूरी तरह से अनुसरण करेगा । लेकिन इस ढील के समय भी social distancing को लेकर पूरी सख्ती बरती जाएगी । जो भी रूल ब्रेकर बनेगा उन पर उचित करवाई की जाएगी । बाहर निकलने की आज़ादी उनको ही होंगी जिनके पास परमिशन पास होंगे या required पेपर होंगे । कोई भी व्यक्ति अगर इस ढील का बेजा इस्तेमाल करता हुआ पाया गया या पेपर के बिना सड़क पर नज़र आया तो असम पुलिस उंससे सख्ती से निपटेगी । लेकिन काम काज में कोई बाधा नही बनेगी ,नियमों का पालन करने वाले के साथ असम पुलिस का पूरा सहयोग है ।
असम डीजीपी भास्कर ज्योति मोहन्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की नियमों के अनुसार अर्थव्यवस्था और असम जन जीवन को पटरी पर लाने के लिए एग्रो, manufacturaring, कंस्ट्रक्शन daily essentials को लेकर जनता को कोई तकलीफ नहीं होगी । ये सभी सेक्टर्स केंद्र सरकार के नियमानुसार काम करेंगे । असम में 19 केंटेन्मेंट जोन घोषित किये गए हैं । इन ज़ोन्स में लॉक डाउन नियमों का सख्ती से पालन होगा ।
अगर थूकते पकड़े गए तो होगी सख्त करवाई
बातचीत के दौरान Spitting को लेकर डीजीपी भास्कर मोहन्ता कहीं न कहीं सख्त नज़र आये । उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार की तरफ से जारी किए गए सभी नियमों को लागू किया जाएगा सोशल डिस्टनसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा । पब्लिक प्लेसेज पर स्वछता पर फोकस होगा, इसके साथ ही हर ऑफिस और सभी पब्लिक प्लेस को हिदायत है कि कहीं भी थूकने जैसी हरकत नही होनी चाहिए । डीजीपी भास्कर ज्योति मोहन्ता का कहना है कि अगर थूकते हुए किसी को भी पकड़ा गया तो उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे और सख्त करवाई होगी । जो थूका उसकी खैर नहीं । असम डीजीपी भास्कर ज्योति मोहन्ता ने बात करते हुए बताया कि कोरोना को लेकर लॉक डाउन में पुलिस करवाई को लेकर सिर्फ गियर चेंज हुआ है , इकॉनमी को अपलिफ्ट करने के लिहाज से लेकिन सुरक्षा सावधानी और नियमों को लेकर करवाई की स्पीड अभी भी तेज है । आगे उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल से रमजान शुरू होने जा रहा है । कलेक्टिव नमाज़ की पूरी तरह से मनाही है । इस मुहिम में मुस्लिम समुदाय के लोग भी साथ दे रहे है और मुस्लिम धर्म गुरु लोगो से घर में ही नमाज़ अता करने की अपील कर रहे हैं । हमने भी राज्य सरकार से बात की है और उनसे कहा है कि शांति और खुशहाली बनाये रखने के मद्देनजर रमजान के दौरान इस्तेमाल होने वाले किसी भी वस्तु ख़जूर, ड्राई फ्रूट्स, सेवाइयां इनकी कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए । पुलिस पूरे सहयोग के साथ , उनके साथ खड़ी है । लेकिन साथ मे ये एडवाइजरी भी जारी की गई है कि कोई भी इधर, उधर नहीं थूके वरना सख्त करवाई हो सकती है ।
गौरतलब है कि असम में कोरोना वायरस के कुल 35 मामले सामने आए थे जिसमें से 34 मरकज़ से जुड़े तब्लीगी ज़मात के लोग थे , एक व्यक्ति की दिल्ली और कोलकाता की ट्रेवल हिस्ट्री थी । इनमें से तकरीबन 16 लोग ठीक होकर अपने घर चले गए हैं । एक व्यक्ति की मौत हो गयी है और बाकी लोग फिलहाल under medication हैं । असम के स्वास्थ्य मंत्री भी बार बार कोरोना के इस लड़ाई में नियम पालन को लेकर सख्त नज़र आते रहे हैं । इस लड़ाई को सख्ती के साथ सफलतापूर्वक , संयमित तरिके से आगे बढ़ाने में डीजीपी भास्कर मोहन्ता की अहम भूमिका रही है । भास्कर मोहन्ता ने असम में CAA agitetionके दौरान भी काफी अहम भूमिका निभाई थी और उग्र प्रोटेस्ट पर बखूबी काबू पाए थे ।