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70 और 80 के दशक के बॉलीवुड हीरो और भाजपा सांसद विनोद खन्ना का आज मुंबई में निधन हो गया. विनोद खन्ना पिछले कई दिनो से बीमार चल रहे थे. सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल से जारी विज्ञप्ति में आज 11 बजकर 20 मिनट पर उनका निधन होने की पुष्टि की. उनके निधन पर बॉलीवुड में दुख का माहौल है.
विनोद खन्ना ने अपने करियर की शुरूआत खलनायक के तौर पर की थी. सुनील दत्त ने अपने भाई सोमदत्त को हीरो बनाने के लिए ‘मन का मीत’ फिल्म बनाई थी इसमें विनोद खन्ना पहली बार खलनायक की भूमिका में दिखायी दिए थे.
80 के दशक में उनकी फिल्में बॉक्य ऑफिस पर धमाल मचा रही थी और वो मौजूदा सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के सिंहासन को चुनौती देते नज़र आ रहे थे. सफलता के शिखर पर अचानक उन्होंने फिल्मों से सन्यास ले लिया और वो भगवान रजनीश की शरण में चले गए.
वहां से वापिस आने के बाद उन्होंने एक बार फिर फिल्मों में वापसी की और कई उल्लेखनीय फिल्मों में काम किया. दयावान में माधुरी दीक्षित के साथ उनकी भूमिका बोल्ड दृश्यों को लेकर चर्चा में आयी.
अभी हाल ही में उन्होंने दबंग, रेेडी जैसी कई फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. एक थी रानी उनकी आखिरी फिल्म हो सकती है. ये फिल्म राजमाता विजयराजे सिंंधिया के जीवन पर आधारित है.
वर्तमान में वो गुरदासपुर पंजाब से भाजपा केे टिकट पर लोकसभा सांसद थे. उनका निधन ना केवल बॉलीवुड बल्कि देश की राजनीति के लिए भी अपूर्णीय क्षति है. बोल बिंदास की ओर से उनको भावभीनी श्रृद्धांजलि.