बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है. तेजस्वी यादव लिखते हैं कि नीतीश जी ने कहा कि BJP गुजरात चुनाव जीतेगी. इसके साथ ही यह भी कह रहे हैं कि जदयू गुजरात में अकेले 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. तो साहब अब आप ये बतायें, अगर BJP वहाँ जीत रही है तो आप वहाँ क्या हारने के लिए लड़ रहे है? अगर हार रही है तो क्या उन्हें जिताने के लिए लड़ रहे है? जनता सब बेवक़ूफ़ है जी!
अब यह मत बोलना की राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को मज़बूत कर रहे है क्योंकि नीतीश जी को प्रधानमंत्री बनाना है. आप आर॰एस॰एस॰ के पिछलग्गू है. उतरप्रदेश चुनाव आप भाजपा को जिताना चाहते थे इसलिए वहाँ जदयू ने चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि आप लड़ते तो कुर्मी भाईयों का जो वोट आपको पड़ता वो भाजपा को नहीं जाता. दिल्ली नगर निगम का चुनाव इसलिए लड़े क्योंकि हर वार्ड में आपको जो 100-50 वोट मिलें वो सब आम आदमी पार्टी के वोट काटे और बीजेपी को फ़ायदा पहुँचाया.
गुजरात में अब पटेल वोट काटने के चक्कर में आप बीजेपी के कहे अनुसार वहाँ जा रहे है. जिसका अपना कोई आधार नहीं होता वो दरें-दर ऐसे ही आधारहीन घूमता है. राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश जी बोल रहे थे मीरा कुमार को हराने के लिए यूपीए ने उम्मीदवार बनाया है. अगर यही उनका तर्क था तो वो गुजरात चुनाव क्या सीएम बनने के लिए लड़ रहे है? अजीब कुतर्क है.
जदयू के लोग बतायें?
– नीतीश जी प्रधानमंत्री तो छोड़ो क्या अगले विधानसभा चुनाव में NDA की और से बिहार में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे या नहीं?
– अगर बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं माना तो वो क्या बीजेपी से गठबंधन तोड़ लेंगे?
– क्या नीतीश जी में प्रधानमंत्री बनने की योग्यता है? हम तो बोलते थे वो प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी में मोदी जी के मुक़ाबले ज़्यादा अनुभवी है और हाँ अगर कोई बिहारी PM बने तो मुझे व्यक्तिगत तौर पर ख़ुशी होगी.
– क्या जदयू में अकेले लड़ने का सामर्थ्य है?