गोरखपुर के सांसद और भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता रवि किशन और अभिनेता राजू सिंह माही को लेकर एक नहीं, तीन – तीन फिल्में बनाने वाले निर्माता सुनील जागेटिया का कहना है कि उनकी फिल्में आम रूटीन फिल्मों से काफी अलग होगी, क्योंकि अब अब भोजपुरी के व्यूअर्स का टेस्ट बदला है। इसके अलावा भोजपुरी की जेंटलमैन पॉपुलेशन भी अब अपनी भाषा में फिल्में देखना चाहते हैं। क्योंकि जब अपनी भाषा में फिल्म हो तो वह लोगों को ज्यासदा समझ में आती है। मेरा इस इंडस्ट्री में आने का मकसद यही है कि मैं अपने तमाम भोजपुरी भाषियों के लिए फिल्म बनाउं, जो छह साल के बच्चे से 80 साल की उम्र तक के लोग साथ बैठकर फिल्म दे सकें।
आपको बता दें कि अभिनेता रवि किशन और अभिनेता राजू सिंह माही को लेकर निर्माता सुनील जागेटिया जो तीन फिल्में बना रहे हैं, वे फिल्में हैं – ओम जय जगदीश, बड़े मिया – छोटे मिया और गुमराह। इन तीनों फिल्मों की शूटिंग कल यानी 22 अक्टूबर से राजस्थान में भीलवाड़ा, चित्तौरगढ़, मेनाल, मांडलगढ़ फोर्ट में शुरू होगी। फिल्मों का निर्माण सारा फिल्म्स एंड एंटरटेमेंट हाउस के बैनर तले किया जा रहा है। फिल्म के निर्देशक प्रवीण कुमार गुदरी हैं। ऐसे में शूटिंग से पहले सुनील ने रवि किशन की जमकर तारीफ की और कहा कि रवि किशन जितने बेतर इंसान और कलाकार हैं, उतने अच्छे ही सांसद हैं। वे अपनी हर बात को बुलंदी से उठाते हैं। हर विषय पर अपनी बात पूरी सहजता से रखते हैं। वे हमारी फिल्म में हैं। इसका फायदा हमारी फिल्म को ये होगा कि हमारी बात उनके माध्यम से लोगों तक आसानी से पहुंच जायेगा।
सुनील जागेटिया ने राजू सिंह माही की भी तारीफ की और बताया कि राजू सिंह माही के साथ पहले भी काम कर चुके हैं। वे अच्छे इंसान और अभिनेता हैं। हमें उम्मीद है कि रवि और राजू की जोड़ी दर्शकों को खूब पसंद आयेगी। उन्होंने बताया कि फिल्म में रवि किशन और राजू सिंह माही के अलावा सुनील जागेटिया, संगीता तिवारी, सोनालिका प्रसाद, प्रीती ध्यानी, अमित शुक्ला, सूर्या दुबे, अजय सूर्यवंशी, महेश आचार्य, अशोक गुप्ता, बबलू खान और जे.पी. सिंह मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे। पीआरओ संजय भूषण पटियाला हैं। फिल्म में संगीत अविनाश झा घुंघरू ,ओम झा और अनुज तिवारी , का है और एक्शन दिनेश यादव और श्रवण कुमार का है। डीओपी माहि शेरला, कोरियोग्राफी ग्यान जी, संजय कोर्वे और प्रसून यादव हैं। प्रोडक्शन कंट्रोलर महेश उपाध्याय और फिल्म के लेखक एस.इंद्रजीत कुमार और ए.बी.मोहन हैं।