पीयू के कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने अब अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही छात्रसंघ चुनाव कराने पर सकारात्मक रुख दिखाया है. उन्होंने कहा कि नए सत्र में उनकी तीन प्राथमिकताएं हैं जिसमें छात्रसंघ चुनाव भी शामिल है. पहली प्राथमिकता शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन करना था. और अब छात्रसंघ चुनाव कराना है, जो नवंबर में हो सकता है.
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कुलपति ने कहा कि चुनाव के लिए नई नियमावली नहीं बनेगी. इससे पहले 2012 में छात्रसंघ चुनाव हुए थे और तब का चुनाव लिंगदोह कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही हुआ था. इस बार भी उसी आधार पर चुनाव होगा. बता दें कि 2012 में 28 साल बाद छात्रसंघ का चुनाव हुआ था. अब एक बार संभावना है कि पीयू प्रशासन छठ पूजा की छुट्टी के बाद छात्रसंघ चुनाव की औपचारिक घोषणा कर शेड्यूल जारी करे.
अध्यक्ष, महासचिव, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष पद के लिये चुनाव होगा. ऐसे स्टूडेंट चुनाव लड़ सकते हैं जो फेल हुए हों और उनकी उम्र 28 वर्ष से ज्यादा नहीं हो. किसी भी आपराधिक रिकॉर्ड वाले विद्यार्थी को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं होगी तथा चुनाव दलीय आधार पर नहीं होगा.