सृजन घोटाला पिछले 50 दिनों में काफी चर्चित रहा और हर रोज लगातार कुछ ना कुछ नया खुलासा होता रहा. इस केस को सीबीआई ने अपने हाथ में लिया. सृजन के केस को समझने में करीब एक माह लग गया. अब जबकि सीबीआई का कार्रवाई करने का समय आया तो ऐन वक्त सीबीआई के इंचार्ज को ही बदल दिया गया. सीबीआई ने एएसपी एस.के मलिक की जगह एएसपी एन महतो को टीम का नया इंचार्ज बनाया गया है.
रातोंरात नए इंचार्ज ने केस का चार्ज भी ग्रहण कर लिया. पुराने सीबीआई इंचार्ज मलिक वापस अपने मुख्यालय चले गए पर अपने जाने के पीछे बहुत सारी बातें भी पीछे छोड़ गए. हमारे विश्वस्त सूत्रों के हिसाब से मलिक की टीम ने मिले प्रमाणों के आधार पर एक हप्ता पूर्व जांच की दिशा तय कर ली थी. इसके बाद मलिक ने सीबीआई कोर्ट में मामला दायर किया. मलिक खुद से कोर्ट गये, और उन्होंने कुछ लोगों से पूछताछ और कुछ लोगों के गिरफ्तारी के आदेश मांगे. इसी बीच अब बस कोर्ट का फैसला आना बाकी था, की उन्हें इस केस से हटा दिया गया और वापस मुख्यालय बुला लिया गया.
बहुत बड़ा सवाल यहाँ उठ रहा है कि 1300 करोड़ घोटाले के इंचार्ज को आखिर क्यों बदला गया. आखिर सरकार की मनसा क्या थी. ज्ञात हो कि मलिक ने सीबीआई के रिपोर्टिंग अधिकारी के नाम एक पत्र भी तैयार किया था जिसमें सृजन घोटाले के शक के दायरे में आये कई डीएम, और मंत्री, सांसद, विधायक आदि के नाम थे .अब जबकि इस घोटाले का पर्दाफाश होने का वक्त आ गया तो ऐन मौके पर सीबीआई इंचार्ज को ही वापस दिल्ली मुख्यालय बुला लिया गया.