बिहार में हुए चर्चित सृजन घोटाले से जुड़े एक महत्वपूर्ण व्यक्ति नाजिर महेश मंडल की रविवार को देर रात अस्पताल में मौत के बाद बिहार की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. विपक्ष पूरी तरह से सत्तापक्ष पर महेश मंडल की हत्या का आरोप लगा रहा है. इसी कड़ी में मानसून सत्र में भाग लेने पहुंचे विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि महेश के परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि इलाज में लापरवाही कर महेश की हत्या की गयी है. तेजस्वी ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी मुस्कुरा रहे थे. तेजस्वी ने कहा कि यह घोटाला व्यापम घोटाले से भी बड़ा घोटाला हो सकता है. इसकी संभावना हमलोगों ने पहले ही व्यक्त की थी. तेजस्वी ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कही थी और अब सुशील मोदी और नीतीश कुमार इस घोटाले में शामिल लोगों को बचाने का काम कर रहे हैं. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सुशील मोदी का चहेता अधिकारी इस घोटाले में शामिल है. मामला तूल पकड़ने लगा तो हमलोगों के भागलपुर दौरे को डिस्टर्ब किया गया. तेजस्वी ने कहा कि आज बेहद दुख हो रहा है कि हजारों करोड़ सरकारी खजाने से पैसा बाहर गया है. खजाने के रक्षकों ने यह पैसा लुटवाने का काम किया है.
वहीं दूसरी ओर तेजस्वी के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा नेता विनोद नारायण झा ने कहा कि यह सरकार किसी को फंसाती नहीं है और किसी को बचाती नहीं है. झा ने कहा कि लालू यादव के परिवार को भ्रष्टाचार पर बयान देने का कोई हक नहीं है. विनोद नारायण झा ने कहा कि इस घोटाले के समय राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी भी मंत्री थे. उनके बारे में तेजस्वी यादव का क्या ख्याल है. विनोद नारायण झा ने कहा कि सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है और बहुत जल्द दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा.
सृजन घोटाले में शामिल नाजिर महेश मंडल की मौत को परिजनों ने हत्या बताया है, उन्होंने रविवार को अस्पताल में जमकर हंगामा भी किया. परिजनों का आरोप है कि महेश घोटाले में बड़े लोगों के नाम उजागर न कर दे, इसलिए जेल प्रशासन के साथ मिलकर उसकी हत्या करवा दी. महेश को जान बूझकर इलाज से वंचित रखा गया. जानकारी के मुताबिक सृजन घोटाले में 13 अगस्त को गिरफ्तार जिला कल्याण विभाग से निलंबित नाजिर महेश मंडल की तबीयत भागलपुर जेल में बिगड़ गयी थी. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर उन्हें शुक्रवार और शनिवार को भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भेजा गया. दो दिनों के इलाज के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया. महेश मंडल को किडनी खराब होने और डायबिटीज की शिकायत थी. रविवार को देर रात महेश मंडल की मौत हो गयी थी.