शरद यादव की अगुवाई वाली जदयू गुट हार मानने को तैयार नहीं है. चुनाव आयोग द्वारा पहला आवेदन दरकिनार कर दिए जाने के बाद गुरुवार को शरद गुट दोबारा निर्वाचन आयोग पहुंचा और पार्टी के चुनाव चिह्न् पर दावा किया. शरद गुट ने आयोग से अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज जमा करने के लिए एक महीने का समय मांगा है.
जेडीयू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा, “हमने आज फिर से निर्वाचन आयोग में पार्टी के चुनाव चिह्न् के लिए आवेदन किया है. हमारा पहले का आवेदन अस्वीकार नहीं किया गया था, बल्कि उसे दरकिनार कर दिया गया था, क्योंकि उस पर शरद यादव के हस्ताक्षर नहीं थे.”
उन्होंने कहा कि पार्टी ने आयोग से उनके गुट में आने की इच्छा रखने वाले पार्टी सदस्यों की संख्या को साबित करने के लिए दस्तावेज जमा करने खातिर एक माह का समय मांगा है.
श्रीवास्तव ने कहा कि बिहार के अलावा सभी राज्यों की जेडीयू इकाइयां शरद यादव के साथ हैं. कानूनी तौर पर पार्टी शरद यादव की है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हालांकि अपनी अगुवाई वाले जेडीयू को वास्तविक जेडीयू होने का दावा किया है.