बिहार अपडेट, मुंबई
इमरान खान प्रॉडक्शन की फिल्म सरगोशिंया देश की ऐसी पहली फिल्म बन गयी है जिसका प्रीमियर कश्मीर में हुआ है. इस प्रीमियर में फिल्म से जुड़े सितारों के साथ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद फारूख अब्दुल्ला के साथ जम्मू-कश्मीर के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.
सरगोशियां-कुछ कहता है कश्मीर, कश्मीर के खूबसूरत वादियो के रहने वालों के मानवीय पहलूओं के उजागर करने वाली फिल्म है. कश्मीर आतंकवाद ही नही है, कश्मीर पत्थरबाज ही नही है, कश्मीर और कश्मीरियों का एक दूसरा पहलु भी है. कश्मीरियत… जो न हिन्दू है ना मुसलमान. बस है तो सिर्फ इंसान.
कश्मीर की खूबसूरतवादियों में फिल्मायी सरगोशिंया कश्मीरियत के पैगाम को फैलाने का काम करती है. ये उन लोगों के दुख को भी ब्यान करती है जिन्होंने कश्मीर के बिगड़े हालात में अपनो को खोया है. कुछ लापता हो गये…कुछ कश्मीर छोड़ गए. कश्मीर जैसा दिखता है वैसा नही है. यहां अगर रात का अंधेरा है, तो रोशनी की सुबह भी.
सरगोशियां कहानी है दो दोस्तो की, विक्रम और आर्यन जो अपने काम के सिलसिले में कश्मीर में आते हैं. ये कहानी है शीना ओबेरॉय की जो कश्मीर के इतिहास पर काम करने के लिए लंदन से कश्मीर आयी है.
ये कहानी है एक यूरोपियन फोटोग्राफर की जिसे हिमालय में शांति दिखाई देती है.
इस कहानी में इमरान है जो विक्रम को वादियो की सैर कराता है.
ये कहानी रहीमा बी की भी है… जो अपने लापता बेटे का इंतज़ार कर रही है…
ये कहानी है किशन लाल रैना की… जो बिगड़े हालात के बावज़ूद कश्मीर छोड़कर नही गया. उसने अपने परिवार से जुदा होना मंज़ूर किया लेकिन कश्मीर छोड़ना नही. वो आज भी अकेला वहां के बच्चों में शिक्षा की लौ जलाये हुए हैं…
ये कहानी है रमज़ा की जो अपनी अपाहिज बेटी नूरी के साथ स्वाभमान से जीवन बिता रहा है….
विक्रम और आर्यन जब कश्मीर के हालात को अपनी नज़रो से देखते हैं और महसूस करते है कि जो दिखता है , वो हमेशा सच हो ये ज़रूरी नही.
सरगोशियां अभी बुलेट की आवाज़ तले दबी दिखायी देती हो लेकिन ये सरगोशियां जो कश्मीर की बरसो पुरानी रवायत कश्मीरियत की हैं उनकी आवाज़ वहां के आवाम की आवाज़ है. ये फिल्म राजनीति और धर्म से परे सिर्फ इंसानियत की बात करती है. ये खूबसूरत प्रयास है कश्मीर के अनदेखे पहलु को सामने लाने का. इस फिल्म का निर्देशन विजय वर्मा और इमरान खान ने किया है. फिल्म के निर्माता इमरान खान हैं, संगीत असलम सूरती और खूबसूरत गीत लिखें हैं नवाब आरज़ू ने.
जम्मू कश्मीर में ये फिल्म टैक्स फ्री है. इस फिल्म का ट्रेलर मुंबई में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लॉच किया था और प्रीमियर में फारूख अब्दुल्ला साहब मौजूद थे. फिल्म देखने के बाद उन्होंने ख्वाहिश ज़ाहिर की कि कश्मीर में सिनेमा हॉल खुलने चाहिए और सबको ये फिल्म देखनी चाहिए, इससे पता चलता है कि कश्मीर क्य़ा है.