बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सियासत की सतरंज पूरी तरह से सज गयी है | कोरोना महामारी के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन का समय बचा है। उससे पहले सभी सियासी दल अपनी-अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों में जुट गए हैं। तमाम सियासी दलों में वोट के समीकरण के मद्देनजर सीट शेयरिंग और गठबंधन की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है।
इसी कड़ी में पहले से ही सियासी तौर पर पिछड़ते दिख रहे विपक्षी दलों के तथाकथित महागठबंधन को असदुद्दीन ओवैसी ने एक बड़ा झटका दिया है। दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन “AIMIM” ने बिहार में चुनाव लड़ने का फैसला किया है | पार्टी प्रमुख ओवैसी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी खूब कर रहे | बिहार में ओवैसी अपने सियासत की बिसात भी बिछाना भी शुरू कर दिए है | इसी मद्देनज़र बिहार चुनाव में ओवैसी ने लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के मुस्लिम यादव समीकरण को बड़ा झटका दिया है। क्योंकि ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार में समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक से गठबंधन किया है।
आपको बता दें कि बिहार में मुस्लिम-यादव के समीकरण को राष्ट्रीय जनता दल के लिए वोट बैंक माना जाता रहा है। लेकिन इस गठबंधन से आरजेडी के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है। ओवैसी ने ये ऐलान किया है कि ये गठबंधन बिहार में समाजवादी जनता दल के सुप्रीमो देवेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। साथ की उन्होंने उन पार्टियों का स्वागत किया है जो बिहार में साम्प्रदायिकता के खिलाफ लड़ना चाहती है | ऐसे में ये माना जा रहा है कि AIMIM-SJDD का ये गठबंधन आरजेडी के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती है।
ओवैसी ने RJD पर हमला करते हुए कहा कि यदि बिहार में भाजपा जीत रही है तो इसके लिए RJD जिम्मेदार है। हमने हैदराबाद में भाजपा को हराया। महाराष्ट्र में शिवसेना को हराया। महागठबंधन अब नहीं रहा। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस आज शिवसेना की गोदी में जाकर बैठ गई है। कांग्रेस की गलत नीतियों का खामियाजा आज देश के और बिहार के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि AIMIMने सितंबर के शुरुआत में ही 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था।