बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस के बाद अब उत्तर प्रदेश के देवरिया में शेल्टर होम पर राजनीति गरमाती जा रही है। यूपी की महिला एवं बाल विकास मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने इस पर बयान दिया है।
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि जो पार्टियां देवरिया शेल्टर होम केस का राजनीतिकरण कर रहे हैं, ये शेल्टर होम उन्हीं के कार्यकाल के दौरान स्थापित हुए हैं।
जोशी ने कहा यह या तो लापरवाही या सहानुभूति थी, जब फैसला आएगा तो यह तय किया जाएगा। मुख्यमंत्री इसकी निगरानी कर रहे हैं। वह बहुत तय है कि जिम्मेदार लोगों को छोड़ नहीं जाएगा।इस सनसनीखेज खुलासे के बाद योगी सरकार पूरे एक्शन में आ गई है। इस केस की जांच के लिए दो सदस्यों की हाई लेवल टीम भेजी गई है। डीएम समेत तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
मामला सामने आने के बाद सुनकर होश उड़ गए। जब रविवार को देवरिया शेल्टर होम से एक मासूम बच्ची भागकर थाना पहुंची और बालिका गृह के काली करतूत के कहानी सुनाई।
बच्ची की कहानी सुनकर पुलिस घटनास्थल पर गई और वहां से 24 लड़कियों को बाहर निकाला गया। थाने में जाकर सच्चाई बताने वाली लड़की बेतिया बिहार की रहने वाली है जो कि यौन प्रताड़ना के चलते भाग निकली और पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया।
लड़की ने रौंगटे खड़े कर देने वाले वारदात की हकीकत बताई। पीड़ित लड़की का कहना है कि उसको अलग-अलग शानदार गाड़ियों से रात में कहीं भेजा जाता था और ले जाना वाला व्यक्ति उसको जी भर प्रताड़ित करता था। साथ ही बाकि लड़कियों को भी अलग-अलग ठिकानों पर भेजा जाता था।
इस मामले में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर मामले की जांच पड़ताल हो रही है। साथ ही सीएम ने देवरिया के डीएम सुजीत कुमार को हटाने का निर्देश दे दिया है। इसके अलावा बाकि अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।