मुंबई, 9 सितंबर, 2023: उत्तराखंड राज्य में अपने निरंतर सामाजिक विकास प्रयासों को जारी रखते हुए, इस साल बाढ़ से प्रभावित लोगों के पुनर्निर्माण में मदद करने हेतु रिलायंस ने श्री अनंत अंबानी के माध्यम से 25 करोड़ रुपये का योगदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया।
उत्तराखंड में विकास कार्य की प्रतिबद्धता पर श्री अनंत अंबानी कहा “हम उत्तराखंड के लोगों के साथ पिछले एक दशक से सुख-दुख का एक गहरा रिश्ता साझा करते हैं। संकट के समय में राज्य और उसके लोगों की अभूतपूर्व सहनशक्ति हम सभी के लिए प्रेरणादायक बनी है। अब जबकि हम उत्तराखंड से अपने संबद्धों का एक दशक पूरा कर रहे हैं, इस सफर को और मजबूत करने के लिए हम राज्य की भलाई के लिए सार्थक योगदान दे रहे हैं”।
इस साल जुलाई और अगस्त के महीनों में उत्तराखंड में भारी वर्षा के कारण बाढ़ और भूस्खलन से बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है। रिलायंस, 2013 की बाढ़ में व्यापक क्षति के बाद से उत्तराखंड के साथ कठिन समय में खड़ा रहा है। दूर-दराज के इलाकों में पहुंचने वाले पहले संगठनों में से एक, रिलायंस फाउंडेशन ने फंसे हुए लोगों का बचाव किया, उन्हें राहत और आश्रय प्रदान किया और उनके जीवन के पुनर्निर्माण के प्रयास किए। समुदायों को अधिक प्रतिरोध क्षमता के लिए प्रशिक्षित करते हुए, संस्थानों का पुनर्निर्माण किया, जिसमें दो स्कूल शामिल थे। जो 30 गांवों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करते थे। रिलायंस ने 2021 में बाढ़ के बाद और COVID-19 महामारी के दौरान भी राज्य के लोगों की सहायता की थी।
उत्तराखंड सरकार और अन्य संगठनों के सहयोग से, रिलायंस ने विभिन्न सामाजिक पहल की हैं। उन्होंने ग्रामीण समुदायों की सहायता की और लगभग पाँच लाख घन मीटर जल संचयन क्षमता बनाने में मदद की, जिससे 90 गाँवों में कृषि और खपत के लिए पानी की उपलब्धता में सुधार हुआ। इसके अलावा, विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यों द्वारा चिकित्सा सेवाओं को जरूरतमंदों तक पहुँचाने में मदद की। सामुदायिक विकास में प्रशिक्षित 1,500 महिलाओं और ग्राम पंचायतों के 1,200 प्रतिनिधियों में से कई जमीनी स्तर के अग्रदूत बन गए।
उत्तराखंड में आजीविका को मजबूत करने के लिए रिलायंस के प्रयासों के परिणामों ने भारत के अन्य हिस्सों में सार्थक परिवर्तन को प्रेरित किया है। ‘वी केयर’ की भावना के अनुरूप, रिलायंस भारत में हर जगह लोगों के समावेशी विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
इस योगदान का उद्देश्य उत्तराखंड के लोगों को उनकी खुशहाली और समृद्धि में और अधिक सहयोग देना है।