राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने भारी मतों से अपनी प्रतिद्वंद्वी और विपक्ष उम्मीदवार मीरा कुमार को मात दी है। कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति होंगे और वे 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए शपथ लेंगे। कोविंद को 65.65 प्रतिशत यानि कि 7,02,044 वोट हासिल हुए हैं जबकि मीरा को 34.35 प्रतिशत वोट यानि कि 3,67,314 ही वोट मिले।
कोविंद बने पहली पंसद
सपा-टीएमसी समेत कई दलों के कई नेताओं ने खुलेआम पार्टी के फैसले का उल्लंघन कर कोविंद को वोट देने का ऐलान किया तो वहीं जेडीयू और भाजपा के कई नेताओं ने कोविंद के खिलाफ वोट देने का ऐलान भी किया। इस बीच गोवा और गुजरात में एनडीए के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की खबर है। इससे कोविंद को फायदा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक शंकर सिंह वघेला ने भी कोविंद को वोट डाला था।
कोविंद की जीत पर जश्न में डूबा गांव
कोविंद की शानदार जीत के बाद उनका गांव और बचपन का स्कूल जश्न में डूब गया। कानपुर के कल्यानपुर में महाऋषि दयानन्द मोहल्ला स्थित रामनाथ कोविंद के घर में जीत का जश्न मनाया जा रहा है। घर को झालरों से सजाया गया है। टेंट और कुर्सियां लगाकर पूरे मोहल्ले के लोग जश्न मनाने को एकजुट हो रहे हैं। पड़ोसी ढोल बजाकर डांस और आतिशबाजी कर रहे हैं। रामनाथ कोविंद का यहां पहला घर है, जो उन्होंने गांव से आने के बाद खुद अपनी कमाई से बनवाया था। यहीं पर उनके बच्चों के जन्म हुए थे। उनके परिवार के सदस्य यहां रहते थे हालांकि बाद में वे दिल्ली में रहने लगे।
8 राउंड में हुई गिनती
राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद और विधानसभा के सदस्य मतदान करते हैं। एमएलसी यानी विधान परिषद के सदस्य राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान नहीं करते। वोटों के गिनती चार अलग अलग टेबल पर हुई और गिनती के कुल 8 राउंड हुए। पहले ही राउंड में कोविंद ने बढ़त बना ली थी।
संवाददाता, ऋषभ अरोड़ा