पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार की नाराजगी सामने आने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद यादव महागठबंधन पर दिये गये अपने ताजा बयान को लेकर बैकफुट पर आ गए हैं. रघुवंश प्रसाद ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति नहीं बल्कि बुराई का ‘गर्दा उड़ाने’ की बात कही थी. मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया. उन्होंने कहा कि मैं फ्रंट का सिपाही हूं. राजनीति का मतलब बुराई को खत्म करना है.
राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने बुधवार को एक स्थानीय समाचार चैनल से बातचीत के दौरान यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि बुराई से लड़ने के खिलाफ हम सिपाही हैं तो हम बुराई को खत्म करेंगे और सिपाही भी तो दुश्मन को ही मारता हैं. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयानों पर प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बयानों को पढ़कर ही वे कुछ बोलेंगे.
दरअसल, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने मंगलवार को यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन की शर्मनाक पराजय को लक्ष्य कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा था कि वह राजद के एक सिपाही हैं. सेनापति का आदेश हुआ तो गर्दा झाड़ देंगे.
जिसपर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि रघुवंश प्रसाद सिंह का बयान फूहड़ है और उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. राबड़ी ने बयानबाजी को लेकर जदयू नेताओं को भी बयान न देने की सलाह दी थी. वहीं दूसरी ओर तेजस्वी भी रघुवंश की बयानबाजी से पूरी तरह नाखुश दिखे. तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद को दो टूक में कहा कि उनके बयान को पार्टी सपोर्ट नहीं करती. वो ऐसे बयान न दें नहीं तो उन पर कारवाई संभव है. तेजस्वी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद के बयान से भाजपा को फायदा पहुंच रहा है. अगर बात बढ़ेगी तो उम्मीद है राष्ट्रीय अध्यक्ष उन पर जरूर कार्रवाई करेंगे.