पटना : बेलछी में पीएनबी के कैश वैन से 60 लाख की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इसमें शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लूटे गये 60 लाख में से 45 लाख कैश, हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, दो बंदूकें, एक मैगजीन व 15 कारतूस बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार अपराधियों ने लूटकांड में पीएनबी के मैनेजर का नाम लिया है.
हालांकि, पुलिस ने अभी उनकी संलिप्तता की पुष्टि नहीं की है. पुलिस कहना है कि यह जांच का विषय है. ये अपराधी सोहसराय बैंक लूट के प्रयास व दो गार्डों की हत्या, फतुहा, बाढ़ व बिंद थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सर्विस रिवाल्वर लूट की घटनाओं में भी संलिप्त रहे हैं.
जिन अपराधियों काे पकड़ा गया है, उनमें शिवशंकर सिंह, ललन सिंह, मनीष कुमार व मुकेश कुमार शामिल है. शिवशंकर, ललन और मनीष का पिता है और ये समस्तीपुर के मोहिउद्दीन नगर के आनंद गोलवां के निवासी हैं. जबकि मुकेश कुमार लाइनर है और यह बेलछी के बराह का रहनेवाला है. फिलहाल लूटे गये 15 लाख बरामद नहीं किये जा सके हैं. पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि मुकेश को घटना के समय ही 10 लाख रुपये दे दिये थे और पांच लाख रुपये से पिकअप वैन के लोन को चुकाया गया और एेयाशी की गयी.
इस मामले में फिलहाल ललन का एक और भाई राजेश कुमार व उसका दोस्त पिंटू फरार हैं. पीएनबी बैंक के सामने दो गार्ड व चालक को पिंटू ने ही गोली मारी थी. पुलिस फिलहाल मुकेश को लेकर गिरोह में शामिल अन्य को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है और बाकी राशि की बरामदगी के लिए प्रयासरत है. बताया जाता है कि पुलिस ने मुकेश की निशानदेही पर राजेश को पकड़ लिया था. उसे पकड़ने के बाद मोहिउद्दीन नगर पुलिस को सौंप दिया था. लेकिन, मोहिउद्दीन नगर पुलिस ने छोड़ दिया था. इसके बाद समस्तीपुर के एसपी ने मोहिउद्दीन नगर के थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है.
पुलिस ने कैश वैन लूट के बाद अपराधियों ने घर के पिछवाड़े में गड्ढा खोद कर दूध के केन में 45 लाख रुपये को रख कर दबा दिया था. इन लोगों के पकड़े जाने के बाद मिली जानकारी पर वहां खुदाई की गयी और केन में रखे ये रुपये बरामद किये गये.
पकड़े गये अपराधी ललन सिंह ने पुलिस के समक्ष यह बयान दिया है कि हमें मुकेश ने ही कैश के आने की जानकारी दी थी. मुकेश ने हमें बताया था कि पीएनबी बैंक के मैनेजर से उसकी बात होती है. जैसे ही कैश वैन से पैसा आयेगा, इसकी जानकारी मिल जायेगी और फिर उनलोगों को वह बता देगा.
इसके साथ ही काम हो जायेगा, तो साहब को भी कुछ देना होगा. इसके बाद ही उसने उनलोगों से 10 लाख रुपये ले लिये था. इधर, इस बयान के बाद पुलिस अब उसके बयान की सत्यता की जांच कर रही है. फिलहाल पटना पुलिस ने बैंक मैनेजर की संलिप्तता से इनकार किया है. एसएसपी ने बताया कि अभी यह जांच का विषय है. इस मामले में मुकेश से पूछताछ की जायेगी और अन्य बिंदुओं पर छानबीन की जायेगी. इसके बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.