नयी दिल्ली : दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफे पर उठ रहे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं तो पहले ही इस्तीफा देना चाहता था लेकिन उस वक्त पीएम मोदी ने मुझे रोक दिया. उन्होंने मुझसे इस पद पर बने रहने के लिए कहा मैं उनकी बात मान गया और इस्तीफा नहीं दिया लेकिन यह वक्त मुझे अपने इस्तीफे के लिए बहुत सही लगा तो मैंने इस्तीफा दे दिया.
नजीब जंग ने साफ किया कि सरकार की तरफ से इस्तीफे को लेकर कोई दबाव नहीं थी. उक्त बातें उन्होंने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कही. कल ही उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा था कि शिक्षा का क्षेत्र उन्हें हमेशा आकर्षित करता रहा है. वह उनका पहला प्रेम है उनको पढ़ना औऱ पढ़ाना हमेशा से अच्छा लगा है और वो उसी क्षेत्र में एक बार फिर वापस जा रहे हैं.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने उनके इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि एलजी पर जरूर कोई दबाव है इसलिए वो इस्तीफा दे रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने उन पर मोदी सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को अस्थिर करने का भी आरोप लगाया था. आप भी उनके अचानक दिये गये इस्तीफे से हैरान थी.
नजीब ने आज उन पर दबाव की खबर को पूरी तरह से गलत औऱ निराधार बता दिया. उन्होंने सुबह अरविंद केजरीवाल से नाश्ते में मुलाकात की और अपने इस्तीफे पर बात रखी. इसके बाद वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे. गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी इस मामले पर कांग्रेस और आप के रवैये की निंदा की. उन्होंने कहा, नजीब जंग के इस्तीफे पर बेकार ये लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. इस्तीफे का फैसला उनका था.