पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अपने दस सर्कुलर रोड स्थित आवास से नोटबंदी के खिलाफ आयोजित महाधरना को सफल बनाने के लिये प्रचार रथ को रवाना किया. लालू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम को अब खुद से अपनी सजा लेने के लिये चौराहा ढूढ़ने का समय आ गया है. लालू ने कहा कि उन्होंने खुद कहा था कि नोटबंदी सफल नहीं हुआ तो किसी भी चौराहे पर मुझे सजा दी जाये. लालू के मुताबिक, अब 50 दिन होने को हैं, नोटबंदी सफल नहीं हुआ अब वह बतायें उन्हें किस चौराहे पर सजा दी जाये. लालू ने कहा कि नोटबंदी के खिलाफ राजद ने आंदोलन की शुरुआत कर दी है और महाधरना के सफल होने के बाद गांधी मैदान में बड़ी रैली की जायेगी. लालू ने नोटबंदी के मसले पर शिवसेना के बयान का समर्थन किया. राजद सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी का जो हाल बिहार में हुआ है वही यूपी में होगा. यूपी में बीजेपी का कोई अता-पता नहीं है.नोटबंदी को लेकर लगातार केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का अब पूरा परिवार सोशल मीडिया पर नोटबंदी के खिलाफ एक्टिव हो गया है. पार्टी की ओर से राजधानी पटना में आगामी 28 दिसंबर को महाधरना का आयोजन किया गया है. इसे सफल बनाने के लिये पूरा परिवार जोर-शोर से लगा हुआ है. सोशल मीडिया पर राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी सक्रिय हैं. लालू प्रसाद ने अपने फेसबुक एकाउंट पर पार्टी की ओर से नोटबंदी पर सवाल खड़े करते हुए कई पोस्ट किये हैं. पोस्टरनुमा पोस्ट पर नोटबंदी के खिलाफ बहुत सारी बातें लिखी हुई हैं.
नोटबंदी पर अपने पोस्ट में लालू ने लिखा है कि रोजगार, उत्पादन, खपत और निवेश में भारी कमी आयी है. देश में गैर संगठित क्षेत्र में कार्यरत 94 फीसदी लोगों का रोजगार खतरे में पड़ गया है. साथ ही नकदी के रूप में प्रयोग होने वाला हर नोट कालाधन नहीं होता. लालू ने लिखा है कि ज्यादातर वो पैसा होता है, जिस पर टैक्स दिया जा चुका है. लालू ने लिखा है कि नोट का रंग व आकार बदले से कालाधन और भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो जायेगा. उन्होंने नारे के रूप में लिखा है कि आर्थिक व्यवस्था ठप्प है और फुटकर व्यवसायी मरने के कगार पर हैं.
लालू ने नोटबंदी के साइड इफेक्ट को लेकर एक पोस्ट डाला है जिसमें लिखा है कि तीस करोड़ रुपया के नकली नोट खत्म करने के लिये 42000 करोड़ नये नोट छापने का देश पर खर्च. साथ ही भारत में केवल चार फीसदी काला धन नकदी में, शेष 96 फीसदी कालेधन को छुपाने के लिये नोटबंदी का नाटक. उन्होंने लिखा है कि विगत ढाई साल में लाखों करोड़ का काला धन विदेशों में भिजवाने के बाद नोटबंदी का दिखावा. लालू ने लिखा है कि नोटबंदी ने 22 करोड़ लोगों की नौकरी छीनी. जीडीपी को 2.5 फीसदी का नुकसान. देशभर में सैकड़ों मौत. किसान, मजदूर और गरीब परेशान. अर्थव्यवस्था चौपट. लालू ने लिखा है कि व्यापार खत्म, व्यापारी त्रस्त. किसानों की बम्पर फसल खराब.
वहीं दूसरी ओर राबड़ी देवी ने अपने फेसबुक पर नोटबंदी के खिलाफ लिखा है कि नोटबंदी की क्या पहचान, भ्रष्ट मस्त, गरीब परेशान. वहीं तेजस्वी यादव ने लिखा है कि महाधरना को सफल बनाएं, निष्ठुर सरकार को पूंजीवादी नींद से जगायें. लगे हाथों स्वास्थ्य मंत्री ने भी नोटबंदी के खिलाफ लिखते हुए कहा है कि क्या अच्छे दिन का यही था वादा. लालू पुत्री और राज्यसभा सांसद ने लिखा है कि नोटबंदी से भारत को लगेगा खरबों का झटका. मीसा ने विदेशी पत्रिका के हवाले से लिखा है कि नोटबंदी बिल्कुल हैरान करने वाला है.