रेलमंत्री पीयूष गोयल ने 150 साल पुरानी आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन बिहार सरकार को सौंप दी है अब इस पर छह लेन की सड़क बनेगी। इसपर सड़क बन जाने से राजधानी में सड़क जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
इसके साथ ही पीयूष गोयल ने पटना साहिब से पटना घाट रेलखंड को भी बिहार को सौंपने का एेलान किया। इसके अलावा उन्होंने कोसी रेलपुल को 10 माह में तैयार करने, डालमियानगर में 100 एकड़ में मेमो शेड बनाने की भी घोषणा की।
इसके पूर्व उन्होंने भारत वैगन के 500 कर्मियों के बकाए भुगतान का आदेश भी दिया। गोयल रविवार को दीघा रेलखंड की जमीन राज्य सरकार को सौंपने व बिहार के लिए रेलवे की 5 योजनाओं को हरी झंडी दिखाने पटना आए थे। रेलमंत्री ने आरपीएफ में होने वाली 10 हजार बहालियों में महिलाओं को 50% आरक्षण देने की भी घोषणा की।
लालू का नाम लिए बिना रेल मंत्री बोले-जनता ने उन्हें सही जगह भेज दिया
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को राजधानी स्थित बापू सभागार में अपने संबोधन के क्रम में राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा। उन्होंने बिहार के विकास की चर्चा के क्रम में कहा कि जिन लोगों को बिहार के विकास से कोई मतलब नहीं था जनता ने उन्हें सही जगह भेज दिया है।
150 साल पुरानी दीघा लाइन से राजधानी की ट्रैफिक होती रही बेपटरी
बता दें कि दीघा लाइन 150 साल पुरानी थी। अंग्रेजों ने दीघा के गोदाम तक अनाज पहुंचाने के लिए इसे बनाया था और बाद में इस लाइन को बंद कर दिया गया था। इसकी पटरी टूट गई थी।
2004 में लालू प्रसाद ने इस पर फिर ट्रेन शुरू करा दी। लेकिन यह घाटे की ट्रेन साबित हुई। इसके एक महीने के टिकट में 8 हजार रुपये की आय हौती थी और छह लाख रुपये खर्च होते थे। ट्रेन में कुल तीन बोगियां थीं और जब यह ट्रेन बेली रोड से गुजरती थी तो इस रोड पर ट्रैफिक ठप हो जाता था।