मोकामा : मोकामा-पटना पैंसेजर की चार बोगियां धू-धू कर जल गयी. मोकामा स्टेशन की यार्ड में खड़ी ट्रेन में यह हादसा मंगलवार की देर रात में हुआ. अचानक धू-धू कर जलती ट्रेन को देख कर रेलकर्मियों के बीच अफरातफरी मच गयी. रेलकर्मियों की तत्परता से किसी तरह पांचवीं बोगी को आग की चपेट में आने से बचाया जा सका. घटना की सूचना मिलते ही दानापुर मंडल के एडीआरएम अरविंद रजक ने पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के द्वारा ट्रेन में अलाव जलाने से आग लगने की आशंका है. हालांकि, इसकी जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी गयी हैं.
मोकामा से साढ़े पांच बजे सुबह पटना जानेवाली मेमो फास्ट पैसेंजर यार्ड के नौ नंबर ट्रैक पर खड़ी थी. अचानक पीछे से तीसरी बोगी से आग की लपटें उठती दिखायी पड़ी. किसी यात्री की नजर पड़ने पर उसने इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधक को दी. आनन-फानन में स्टेशन पर मौजूद पोर्टर व अन्य कर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू किया. वहीं, कंट्रोल रूम व दमकल दस्ते को घटना की सूचना दी गयी. लेकिन, आग भयावह रूप में फैल चुकी थी. देखते ही देखते पीछे की दो अन्य व उससे आगे की एक बोगियों में भी आग की लपटें फैलने लगी. तब तक जीआरपी व आरपीएफ जवान भी मौके पर पहुंचे. लेकिन, उचित संसाधन के अभाव में भीषण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था. बावजूद इसके आग लगी बोगियों से अन्य बोगियों को अलग करने का प्रयास किया गया. लेकिन, प्रयास भी बेकार साबित हुआ. वहीं, काफी जद्दोजहद के बाद पांचवीं बोगी में आग लगने से रोका गया. इधर, अन्य चार बोगियां जल कर खाक हो गयीं. आग बुझने के बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंची. रास्ते के अभाव में दमकल को पहुंचने में देरी हुई. कयास लग रहा है कि ट्रेन की तीसरी बोगी के नीचे किसी ने अलाव जलाया होगा. अलाव से उठी चिनगारी से उठी आग से भीषण हादसा हुआ. वहीं, घने कोहरे की वजह से काफी देर बाद अगलगी पर लोगों की नजर पड़ी, तब तक काफी देर हो चुकी थी.