‘पठान’ बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ हुई है… फिल्म के बारे में लोगों में ‘जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखि वैसी सा वर्डिक्ट है… पहले दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन जिस तरह से प्रचारित किया जा रहा है… उससे लगता है आंकड़ों के खेल में तो शाहरुख खान जीत गए हैं. लेकिन अगर फिल्म की परफॉरमेंस के बारे में बात करें… तो पठान शाहरुख के हाथ निराशा ही लगी है. शाहरुख के हार्डकोर फैन्स की जहाँ तक बात है उनके लिए ख़ुशी की बात बस यही है कि उनका चहेता स्टार लम्बे समय के बाद वापसी कर रहा है और उन्हें उन्होंने निराश भी नहीं किया है… लेकिन वोहीं अगर फिल्म की बात करें तो शाहरुख के लिए जयादा खुश होने की बात नहीं है… फिल्म की कहानी घिसी पिटी है… दर्शकों को पहले से अंदाजा हो जाता है कि कहानी क्या है. एक बात मजेदार ये भी है कि जो लोग फिल्म को पसंद कर रहे हैं वो फिल्म से जयादा शाहरुख की वापसी से खुश हैं… एक बार टीम शाहरुख ने बेशर्म रंग गाने के विवाद का फायदा उठाया है. यदि फिल्म अपनी मेरिट पर रिलीज़ होती तो शायद उन्हें दिक्कत होती और वो इस बार जीरो की असफलता को दोहराना नहीं चाहते थे. फिल्म को प्रचारित करने के लिए ना केवल विवाद का सहारा लिया गया है, बल्कि जिस तरह के रिव्यु दिखाए या पढाये जा रहे हैं वो भी mauplated ज़यादा हैं… फिल्म को धमाकेदार बताने वाले भी इसमें कई कमियाँ बता रहे हैं… शाहरुख को bycotte गैंग का शुक्रिया अदा करना चाहिए जिसने कम से कम उन्हें इतनी शानदार ओपनिंग दिलाने का काम किया है… रही बात पहले दिन के बॉक्स ऑफिस आंकड़ो की तो पठान ने पिछले सभी रिकार्ड्स तोड़ दिए हैं… पहले दो दिन में लगभग नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन हिंदी का नेट 120 करोड़ के आस-पास है.
लेकिन पठान की चुनोतिया कम नहीं हैं…जहाँ तक बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का सवाल है अभी बढ़ सकता है…क्योंकि फिल्म में चौंकाने वाली एंट्री है salmaan खान की, जो पसंद की जा रही है… अब सलमान के चाहने वाले भी फिल्म का कलेक्शन बढ़ाने का काम करेंगे… कई दर्शकों का मानना है की फिल्म में salmaan का आना एक सुखद अहसास देता है…वोहीं जॉन अब्राहम भी शाहरुख पर भारी पड़े हैं…बहुत दिनों बाद खलनायक नायक पर भारी पड़ा है… दीपिका पादुकोण ने भी अपने हुस्न का जलवा बिखेरा है… शाहरुख के प्रयासों पर उनकी उम्र भारी पड़ी है… तो शायद पठान को इन सबका फायदा हो…लेकिन अन्दर ही अन्दर शाहरुख और उनकी आने वाली फिल्म donki और जवान के निर्माता थोड़े चिंतित तो होंगे. क्योंकि हर बार बेशर्म रंग उन्हें बचाने नहीं आएगा और क्या सलमान भी उन फिल्मों का हिस्सा होंगे…?
फिल्म अब जनता के सामने है… अब वो तय करेगी उसको क्या करना है…लंबी छुट्टी सामने है…. फिल्म ५००० स्क्रीन्स पर प्रदर्शित हुई है… वैसे इसको सबसे बड़ी ओपनिंग बताने वाले ये नहीं बता रहे हैं कि जिन फिल्मों को पठान ने पछाड़ा है वो कितनी स्क्रीन पर प्रदर्शित हुई थीं. पिछले साल की बड़ी हिट ‘द कश्मीर फाइल’ जिसका बजट लगभग १५ करोड़ था उसकी शुरुआत ५०० स्क्रीन्स से हुई थी और उसने आगे चलकर ३०० करोड़ से अधिक की कमाई की थी. पठान के स्क्रीन्स ५०० और बढ़ाये गए हैं…इसके एक ही कारण हो सकता हैं, फिल्म के निर्माता जितना जल्दी हो सके उतना अधिक पैसा बटोर लेना चाहते हैं… शायद उन्हें भी पता है कि फिल्म मेरिट पर नहीं टिक सकेगी…
वैसे अब खेल तीन दिन का हो गया है…पठान भाग्यशाली है कि उसका खेल ५ दिन चलेगा…
तो पठान आप पैसा तो शायद कमा लो…मैं शायद इसलिए कह रहा हूँ की आपके चाहने वाले आपको रेस में ले तो आयें हैं…लेकिन आपका एजेंडा भी पब्लिक को समझ आ गया है… तो हो सकता है आपकी छुट्टी जल्दी ख़तम हो जाये…
तो अब फैसला जनता जनार्दन करेगी… लेकिन हाँ एक बात मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि यदि फिल्म टिकट बिक रहे हैं तो फिल्म को देखने वाले कहाँ हैं… कई सिनेमा हॉल २० से ३० प्रतिशत ही भरे दिखाई दे रहें हैं. चलिए माया नगरी की माया तो माया नगरी जाने… पठान के लिए दिल्ली अभी दूर है… इंतज़ार कीजिये तेल देखिये और तेल की धार भी.