नई दिल्ली। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता श्री कैलाश सत्यार्थी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पहली बार दुनिया में सामाजिक रूप से कमजोर और हाशिए के बच्चों की ओर से बोलने के लिए आमंत्रित किया है। वे “कोविड-19 और बच्चे”
विषय पर सोमवार 25 मई 2021 को डब्ल्यूएचओ द्वारा आयोजित 74वीं वर्ल्ड हेल्थ हेल्थ असेंबली में मुख्य वक्ता के तौर पर दुनियाभर के स्वास्थ्य मंत्रियों को संबोधित करेंगे। डब्ल्यूएचओ की वर्ल्ड हेल्थ
असेंबली में ही दुनिया के स्वास्थ्य मुद्दों पर चर्चा होती है और उसके अनिरूप नीतियां बनाई जाती हैं।
डब्ल्यूएचओ की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च निकाय वर्ल्ड हेल्थ हेल्थ असेंबली, हर साल स्विटजरलैंड के जिनेवा में आयोजित की जाती है। इसमें डब्ल्यूएचओ के 194-सदस्यीय देशों के स्वास्थ्य मंत्री और अन्य वैश्विक नेता भाग लेते हैं।
श्री कैलाश सत्यार्थी इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ, वैश्विक नेताओं, राष्ट्राध्यक्षों और दुनियाभर के स्वास्थ्य मंत्रियों से सभी बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान करेंगे। उनका फोकस उन बच्चों पर विशेष रूप से रहेगा जो दुनिया में सबसे अधिक वंचित एवं प्राकृतिक आपदाओं और महामारी से जूझ रहे हैं। इन बच्चों में वे भी बच्चे शामिल हैं जो असुरक्षित हैं और बाल मजदूरी, बाल दुर्व्यापार (ट्रैफिकिंग), यौन शोषण व दुर्व्यवहार एवं सड़कों पर भीख मांगने को मजबूर हैं। इसमें प्राकृतिक आपदाओं के शिकार बच्चे और गृहयुद्धों के कारण शरणार्थी शिविरों में रह रहे बच्चे भी शामिल हैं।
विश्वव्यापी कोविड-19 संकट के चलते ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इस वर्ल्ड हेल्थ हेल्थ असेंबली को श्री सत्यार्थी के अलावा डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस भी संबोधित करेंगे।