महागठबंधन की सरकार में राजद कांग्रेस और सीएम नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी शामिल है. लेकिन कई अहम् मुद्दों पर सीएम नीतीश कुमार केंद्र की मोदी सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर साथ खड़े नजर आये हैं इस बार भी राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन दिया है.
कल सीएम नीतीश कुमार कांग्रेस पार्टी पर जमकर बरसे. कांग्रेस के ऊपर अचानक सीएम के हमले से कांग्रेस सकते में है. सरकार में सहयोगी दल होकर भी इस तरह का व्यवहार. कांग्रेस ने हालांकि अपना भी स्टैंड नीतीश को बता दिया है. कांग्रेस ने समय की नजाकत को समझते हुए दोस्ती का राग अलापा है और कहा कि हमारा जदयू के साथ को ‘मतभेद-दुराव’ है तथा इसका महागठबंधन की सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
सीएम नीतीश कुमार के द्वारा दिया गया बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि, ”राष्ट्रपति चुनाव का मुद्दा अब खत्म हो चुका है. नीतीश के बयान केवल उसी संदर्भ में दिये गये हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कह चुकी हैं कि हर पार्टी को अपने निर्णय लेने के लिए स्वायत्तता है.” बिहार की महागठबंधन सरकार का उल्लेख करते हुए कहा कि ”बिहार में जदयू के साथ हमारे संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार में हमारे गठबंधन को कोई खतरा नहीं है और वह चलता रहेगा.” हालांकि उन्होंने मतभेदों को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि नीतीश भी कहा चुके हैं कि हर पार्टी की अपनी अवधारणा होती है. उन्होंने कहा कि राजनीति में हर पार्टी अपने निर्णय करने के लिए स्वतंत्र है.
विदित हो कि कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी छोटी है और हम पीएम पद के रेस में कतई शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि हम कभी भ्रम नहीं पालते मेरी पीेएम बनने की कोई इच्छा नहीं है और हमारी पार्टी क्षेत्रीय पार्टी है. हम किसी तरह से 2019 के चुनाव में पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं.
नीतीश कुमार ने कहा, ‘क्या विपक्ष की एकता के बिना कांग्रेस संघ मुक्त भारत बना सकती है?’ उन्होंने एक बार फिर विपक्ष की एकता और आगे की रणनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमने पी. चिदंबरम और राहुल गांधी से कहा है कि कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है और वो पहल करें. उन्हें एक एजेंडा तय करना चाहिए. वैकल्पिक राजनीति अभी के वक्त की मांग है. एकता की बात करने से ही काम नहीं चलता. नीतीश ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि सिर्फ एकता की बात करने से काम नहीं चलता है. राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ गठबंधन बनाने से कुछ नहीं होगा. हमें अहम मुद्दे पर एकजुटता दिखानी होगी.