बिहार में आज नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. इसके लिए उनके घर पर बैठक हुई. इसमें मंत्री पद के लिए विधायकों के नामों पर मुहर लग गई है. एनडीए के 16 और जेडीयू के 19 विधायक आज मंत्री पद की शपथ लेंगे.
#Biharcabinet 16 MLAs from NDA and 19 from JDU to take oath as ministers today
— ANI (@ANI_news) July 29, 2017
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के लिए आज अहम दिन रहा. भाजपा के सहयोग से बिहार में बनी नयी सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है. नीतीश सरकार के विश्वासमत जीतने के बाद बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हैं. हालांकि इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने नीतीश कैबिनेट में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है. पार्टी की बैठक के बाद मांझी ने कैबिनेट में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है.
इससे पहले नीतीश सरकार में भाजपा के साथ रालोसपा, लोजपा व हम पार्टी के विधायकों को मंत्री बनाने की चर्चा की थी, लेकिन जीतन राम मांझी ने कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया है. बता दें कि हम पार्टी से जीतन राम मांझी एक मात्र विधायक हैं. पूर्व में मांझी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. गौर हो कि बिहार विधानसभा में हम पार्टी के एक, रालोसपा के 2 और लोजपा के 2 विधायक हैं. लोजपा से राजू तिवारी और रालोसपा से ललन पासवान नीतीश सरकार में मंत्री बन सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि राज्य की नयी सरकार में अधिकतम 36 मंत्री बन सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री के रूप में फिलहाल सुशील कुमार मोदी ने शपथ ले ली है. अब भी 34 अन्य मंत्री शपथ ले सकते हैं. मंत्री के पदों के बंटवारे को लेकर दो फॉर्मूलों पर बात चल रही है. एक तो विधानसभा की सीटों के अनुसार भी हो सकता है. जदयू के खाते में 60 फीसदी और भाजपा व एनडीए के अन्य दलों के खाते में 40 फीसदी पद आ सकते हैं.
दूसरा फॉर्मूला है कि जदयू-भाजपा के बीच मंत्री के पदों का बराबर-बराबर बंटवारा हो जाये. इसमें भाजपा अपने कोटे से एनडीए के अन्य घटक दल लोजपा, रालोसपा व हम को मंत्रि पद दे सकती है. सूत्रों की मानें, तो अभी सभी मंत्रियों का शपथ ग्रहण नहीं कराया जायेगा. जदयू 10-15 मंत्री बना सकता है. जदयू ने पिछली सरकार के कई मंत्रियों की छुट्टी भी करने की तैयारी कर रहा है. पिछली सरकार में जदयू के 13 मंत्रियों में से इस बार अधिकतम 6-7 को ही फिर से मौका मिल सकता है.
प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में कैबिनेट को लेकर एक दौर की चर्चा हो चुकी है. इन नेताओं की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन से बात हुई है. अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को ही लेना है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित जेपी नड्डा, डाॅ जैन, प्रेम कुमार, प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, मंगल पांडेय, नागेंद्र जी आदि मुख्यमंत्री से मिलने सीएम आवास गये. समझा जाता है कि वहां भी मंत्रियों के नामों पर भी चर्चा हुई.
जदयू से संभावित मंत्री
– विजेंद्र यादव
– श्रवण कुमार
– राजीव रंजन प्रसाद उर्फ ललन सिंह
– जय कुमार सिंह
– पीके शाही
– नरेंद्र नारायण यादव
– शशि भूषण हजारी
– रणवीर नंदन
– लेसी सिंह
– रंजू गीता
– मदन सहनी
एनडीए कोटे से इनके नामों की चर्चा
भाजपा :
– प्रेम कुमार
– नंदकिशोर यादव
– अवधेश नारायण सिंह
– विनोद नारायण झा
– मंगल पांडेय
– रामनारायण मंडल
– अरुण कुमार सिन्हा
– नितिन नवीन
– व्यासदेव प्रसाद
– रजनीश कुमार सिंह
– अनिल कुमार
– नवल किशोर यादव
– प्रमोद कुमार
– सुरेश कुमार शर्मा
– गायत्री देवी
– नीरज सिंह बबलू
– ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू
लोजपा :
– राजू तिवारी
रालोसपा :
– ललन पासवान