पटना। मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस के एनएच-28 पर कोटवा क्षेत्र में पलट गई जिससे बस में आग लग जाने से उसमें बैठे 27 लोगों की झुलसकर मौत हो गई। इस दुर्घटना पर बड़ा खुलासा हुआ है जिसमें पता चला है कि बस का अवैध तरीके से परिचालन हो रहा था, किसी भी राज्य से उसका परमिट निर्गत नहीं हुआ था।
बस में लगा था मोटर कैब का नंबर
वहीं, बस का नंबर यूपी75एटी-2312 लिखा पाया गया है, वह भी फर्जी है और वह मोटर कैब का नंबर है। इस श्रेणी में हल्के वाहन आते हैं। इटावा के परिवहन विभाग के यात्रीकर अधिकारी अरविंद कुमार जैसल ने बताया कि इस नंबर पर परिवहन विभाग में सचेंद्र कुमार सिंह पुत्र अंगद सिंह निवासी नगला रामसुंदर, इटावा का नाम दर्ज है यह मोटर कैब श्रेणी में दर्ज है और महिंद्रा एण्ड महिंद्रा की गाड़ी है।
नंबर कैब का, चलायी जा रही थी बस, होगी जांच।
उन्होंने बताया कि इस नंबर पर टैक्स व फिटनेस पूरा जमा है। उन्होंने बताया कि यह नंबर बस पर कैसे चलाया जा रहा है यह तो जांच का विषय है। मामले की जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। वहीं, बिहार के परिवहन मंत्री संतोष निराला ने भी कहा है कि मोतिहारी बस हादसे की जांच होगी।
प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने सफाई दी
बता दें कि गुरुवार शाम मुजफ्फरपुर से दिल्ली के लिए जा रही एसी बस मोतिहारी के कोटवा में पलट गई जिससे बस में आग लग गई, इसमें बस में बैठे 27 लोगों की झुलसकर मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गई है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के मोतिहारी जिले के कोटवा इलाके में मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही एक बस पुल से नीचे पलट गई। ऐक्सिडेंट के बाद बस में आग लग गई। शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया गया कि बस में 30 लोग सवार थे। ऐसी रिपोर्ट्स के आधार पर बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने 27 लोगों की मौत की पुष्टि
#WATCH: On yesterday's #Motihari bus accident, #Bihar Disaster Management Minister Dinesh Chandra Yadav says, 'The information of deaths was wrong. Yes I said 27 people have died, it was based on info from local sources, but I also said that only final report will be considered' pic.twitter.com/SAeEVQ3s6p
— ANI (@ANI) May 4, 2018
शुक्रवार को राहत बचाव कार्य पूरा होने के बाद एक अलग ही कहानी सामने आ गई। मुजफ्फुरपुर पुलिस जोन आईजी अनिल कुमार ने था कि बस के अंदर कोई शव नहीं मिला। 8 लोगों को बचाया गया और राख को फरेंसिक लैब में भेज कर जानने की कोशिश होगी कि क्या हादसे में किसी की मौत हुई। फिर इस मामले में सफाई देने के लिए आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव सामने आ गए।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोतिहारी जिले के कोटवा थानान्तर्गत एन0एच0-28 पर बागरा के निकट मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस के गड्ढ़े में पलटने के कारण लगी आग से लोगों की हुई मौत पर गहरा दुख एवं संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना को काफी दुखद बताया।
सीेएम ने भाषण बीच में रोककर एक मिनट का रखा मौन
घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में एक मिनट का मौन रखकर दुर्घटना में मारे गये लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि एवं संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के जो भी लोग इस दुर्घटना में मृत होंगे, उनके परिजनों को नियमानुसार आर्थिक मदद उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज का भी निर्देष दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने भी बस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी मोतिहारी के कोटवा में दिल्ली जा रही एक बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की सूचना पर गहरी शोक संवेदना वयक्त की और कहा कि ऐसी दुर्घटना अत्यंत दुखदायी है। इस हादसे से मैं मर्माहत हूं। दुर्घटना में हताहत हुए लोगों की आत्मा को ईश्वर चिर शांति दे। परिजनों को इस दुख की घड़ी में शोक सहने की शक्ति दे।
पूर्वमुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी, पुर्वमंत्री एवं विधायक तेजप्रताप यादव ने भी इस बस दुर्घटना में हताहत हुए लोगों की आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्राथना की।