मुलायम सिंह यादव ने आज लखनऊ में साफ कर दिया कि वह फिलहाल नई पार्टी का गठन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख साफ करते हुए केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन साल में कोई वादा पूरा नहीं किया. मोदी सरकार की नोटबंदी ने लोगों की कमर तोड़ दी. यूपी में कानून का शासन खत्म हो गया है. बीएचयू में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. यूपी सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है. गांव तो छोड़ लखनऊ में भी बिजली नहीं है. यूपी में योगी सरकार के बिजली के संबंध में सारे वादे फेल हो गए हैं. अखिलेश यादव से जुड़े सवाल पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश मेरे पुत्र तो उनको मेरा आशीर्वाद, लेकिन मैं उनके फैसले से सहमत नहीं हूं. जो जुबान का पक्का नहीं, वह कामयाब नहीं हो सकता.
इससे पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन में भी वे नहीं पहुंचे थे. यादव परिवार में जारी लड़ाई को करीब एक साल हो गया है. जनवरी में अखिलेश यादव ने इमरजेंसी राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर पार्टी की कमान अपने हाथ में ले ली थी. अखिलेश ने मुझसे कहा था कि मैं 3 महीने के लिए अध्यक्ष पद पर रहूंगा और बाद में आपका पद आपको दे दूंगा, जो जुबान का पक्का नहीं, वह कामयाब नहीं होगा. जिसने बाप का धोखा दिया वह दूसरे का क्या होगा. यही बात देश के एक बहुत बड़े नेता ने कन्नौज में कही थी.
वैसे खबरें थीं कि मुलायम सिंह यादव नई पार्टी का ऐलान करेंगे, लेकिन बाप का दिल बेटे के लिए नहीं माना और वह नए दल की घोषणा नहीं कर पाए. वहीं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को देख रहे अखिलेश यादव ने ट्वीट किया- नेताजी जिंदाबाद, समाजवादी पार्टी जिंदा बाद.
समाजवादी पार्टी के दोनों धड़ों में जारी रस्साकशी के बीच शनिवार को अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे ‘नकली समाजवादियों’ से सावधान रहें. हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ बना रहेगा और वह उनके आंदोलन को ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे. बीते गुरुवार को मुलायम की अध्यक्षता वाले लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से अखिलेश के करीबी रामगोपाल यादव को हटा दिया गया था. उनकी जगह मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को सचिव बना दिया.