नई दिल्ली, 8 दिसंबर, 20: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मंगलवार को वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) को संबोधित करते हुए उन 30 करोड़ भारतीयों की दशा पर चिंता जताई जो डिजिटल वर्ल्ड में आज भी 2जी तकनीक में फंसे हैं। मुकेश अंबानी ने सरकार से आग्रह किया कि वह इस दिशा में कदम उठाए ताकि यह 30 करोड़ लोग भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था से जुड़ कर इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने 2जी से 30 करोड़ भारतीयों को मुक्त करने और उन्हें स्मार्टफोन पर शिफ्ट करने के लिए सरकार से पॉलिसी बनाने का अनुरोध किया।
मुकेश अंबानी ने 2021 के दूसरी छमाही में स्वदेशी 5जी तकनीक लॉन्च करने की तैयारी के भी सकेंत दिए। उन्होंने रिलायंस जियो की 5जी तकनीक को स्वदेशी बताया। मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो की स्वदेशी 5जी तकनीक प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत मिशन की सफलता का गवाह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल मिशन की प्रशंसा करते हुए मुकेश अंबानी ने कोविड काल में इसे देश की डिजिटल लाइफ लाइन बताया। सरकार के प्रयासों की सरहाना करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि देश जल्द ही सॉफ्टवेयर के साथ हार्डवेयर में भी अव्वल होगा।
IMC 2020 का आयोजन दूरसंचार विभाग, भारत सरकार और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) द्वारा किया जा रहा है। दूरसंचार उद्योग के इस कार्यक्रम के चौथे संस्करण का आयोजन कोरोना वायरस महामारी के कारण पहली बार वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये किया जा रहा है। कार्यक्रम 8 से 10 दिसंबर तक चलेगा।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2020 का विषय ‘समग्र अन्वेषण – स्मार्ट, सुरक्षित, टिकाऊ’ है। इसके आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘डिजिटल समावेश’ और ‘निरंतर विकास, उद्यम तथा अन्वेषण’ को प्रोत्साहित करना है।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, दूरसंचार राज्यमंत्री संजय धोत्रे तथा दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने कार्यक्रम में उपस्थित रहे। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के अलावा भारती समूह के संस्थापक और अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इंडियन मोबाइल कांग्रेस में 30 से अधिक देशो के 210 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पीकर और करीब 3,000 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। आईएमसी 2020 में विभिन्न मंत्रालयों, दूरसंचार कंपनियों के सीईओ, वैश्विक सीईओ, 5-जी तकनीक के एक्सपर्ट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड एंड एज कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, साइबर-सिक्योरिटी के एक्सपर्ट शिरकत करेंगे।