84 देशो की सुंदरियों को पछाड़कर अलका बनी विजेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का असर अब बड़े बड़े शहरों के साथ साथ छोटे छोटे कस्बों में भी दिख रहा है। अभी ओलम्पिक में जहाँ बेटियों ने मैडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। महिला क्रिकेट में जैसे टीम में जीत हांसिल की है
वहीँ चंदौसी के छोटे से कस्बे की एक बेटी ने विश्व पटल प्रितियोगिता में ८४ देशो की सुंदरियों को पछाड़कर अपने शहर चंदौसी के साथ साथ अपने देश का भी नाम रोशन किया है ।
कस्बे की बेटी की इस उपलब्धि से परिवार अपने आप को गौरबंबित महसूस कर रहा है। इस मुकाम को हांसिल करने पर लोगों ने बधाई दी और साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
लोग भले ही लड़कों पर नाज करते हो लेकिन आज देश की बेटियाँ लगातार हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहीं हैं। अपने परिवार के साथ साथ देश का गौरव बन रही हैं।
हाल ही में जहां ओलम्पिक में बेटियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है वहीं एक प्रतिभा उत्तरप्रदेश के चंदौसी क़स्बा में चमकी है। ८४ देशो की प्रतियोगिता में अलका आर्या ने १५वा स्थान हांसिल किया और मिसेस यूनिवर्स क्रिएटिव विजेता का भी ख़िताब हांसिल किया | अंजली ने बताया की प्रितियोगिता में टैलेंट ,रेड कॉरपेट सहित नेशनल कॉस्टम राउंड भी हुए | साथ ही डोमेस्टिक वायलेंस पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ जिसका अलका ने बेबाकी से जवाब दिया | अलका आर्या मिसेज वोग विनर के साथ साथ सुपर मॉडल भी है
अलका ने बताया कि वो इस कामयाबी का श्रेय अपने परिवार वालो को देना चाहती हूँ | साथ ही वो अपना ख़िताब देश की तमाम उन लड़कियों को समर्पित करना चाहती है जो छोटे शहरो से निकलकर बड़े सपने और कारनामे पूरा करती है | अलका ने अपनी रोल मॉडल और प्रेरणा कल्पना चावला को मानती है | इसी क्षेत्र में काम कर माता पिता व देश का नाम रौशन करेंगी।