ऊँ सिद्ध महामृत्युंजय शक्ति पीठ, सिद्ध महामृत्युंजय ज्योतिष संस्थान एवं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र व मिशन ग्रीन फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी सहजानंद नाथ को चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में हरियाणा के महामहिम राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने सम्मानित किया। ज्योतिष प्रांगण संस्था अध्यक्ष पूनम शर्मा द्वारा चंडीगढ़ के पार्क व्यू होटल में ज्योतिष अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली शख्सियतों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने स्वामी सहजानंद नाथ को यह सम्मान प्रदान किया। इस अवसर राज्यपाल ने कहा कि उत्कृष्ट कार्यों व सकारात्मक विचारों से ही हम देश में बदलाव ला सकते हैं। 1947 में हमें राजनीतिक रूप से तो आजादी मिल गई लेकिन अभी कई मामलों में हमें आजादी मिलना बाकी है। उन्होंने आह्वान किया कि जिस प्रकार से योग का अभियान चलाकर उसे विश्व पटल पर दर्जा दिलाया गया उसी तरह भारत के आध्यात्म को भी विश्व स्तर पर पहुंचाना होगा जिसमें ज्योतिष व आध्यात्म से जुड़े लोग अपना अहम योगदान दे सकते हैं। उन्होंने स्वामी सहजानंद नाथ के कार्यों की प्रशंसा की।
इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रात:काल के सत्र में सांसद व बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर मुख्य रूप से उपस्थित हुए जिन्होंने मिशन ग्रीन फाऊंडेशन और आध्यात्म व ज्योतिष के माध्यम से लोगों को जागरुक करने पर स्वामी सहजानंद नाथ की विशेष तौर पर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वामी सहजानंद नाथ ने आध्यात्म व पर्यावरण को जोडक़र जो कार्य किया है वह सराहनीय है। उनकी आध्यात्म जगत के लोगों से पर्यावरण मुहिम से जुडऩे की अपील से जाहिर है कि आज हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति सचेत होने की जरूरत है। मिशन ग्रीन फाऊंडेशन की तरह ही पर्यावरण को लेकर पूरे देश में विशेष मिशन चलाया जाना चाहिए ताकि जन-जन की भागीदारी से हम पर्यावरण को हो रहे नुकसान को बचा सकें। उन्होंने स्वामी सहजानंद नाथ के प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर स्वामी सहजानंद नाथ ने सांसद अनुराग ठाकुर को महामृत्युंजय यंत्र भेंट किया। उन्होंने मिशन ग्रीन फाऊंडेशन की कैप पहनकर फाऊंडेशन की मुहिम की मुहिम का समर्थन किया।
स्वामी सहजानाथ ने देश भर से कार्यक्रम में उपस्थित हुए सभी ज्योतिषियों व अन्य लोगों से मिशन ग्रीन फाऊंडेशन के अभियान से जुडक़र पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने का आह्वान किया। वहीं उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने व पॉलिथीन का प्रयोग पूरी तरह से बंद करने बारे अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रकृति को बचाने में राजनीतिज्ञ व ज्योतिषि अहम योगदान दे सकते हैं इसलिए इन्हें आगे आते हुए पर्यावरण संरक्षण में अपना भरपूर योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर ज्योतिषी का यह फर्ज बनता है कि वह पर्यावरण को लेकर क्रांति लेकर आए और अधिक से अधिक लोगों को इसके लिए प्रेरित करे। उन्होंने वहां उपस्थित ज्योतिषियों व लोगों को महामृत्यंजय साधना भी करवाई।