आज हमने प्राकृतिक संसाधनों का इतना अधिक दोहन कर लिया है कि हमें विश्व स्तर पर प्रकृति संरक्षण दिवस मनाना पड़ रहा है। यदि हमने शुरू से ही पर्यावरण की ओर गंभीरता से ध्यान दिया होता तो आज हमें इस तरह की परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता। यदि इन प्रयासों से भी हम प्रकृति व पर्यावरण को बचा सकें तो यह हमारे लिए बड़ी बात होगी। यह बात मिशन ग्रीन फाऊंडेशन के संस्थापक स्वामी सहजानंद नाथ ने आज जाट कॉलेज में मुख्य अतिथि के तौर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कही। आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के मौके पर मिशन ग्रीन फाऊंडेशन की पूरी टीम जाट कॉलेज पहुंची और वहां पौधारोपण के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति छात्रों को जागरुक करने का अभियान चलाया गया। स्वामी सहजानंद नाथ ने सभी छात्रों को पर्यावरण संरक्षण शपथ दिलवाई। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे पौधे तो लगाएं ही साथ ही उनकी देखभाल का जिम्मा भी लें। इसके साथ ही उन्होनें मिशन ग्रीन फाऊंडेशन द्वारा पूरेे शहर में रखवाए गए गमलों के पौधों की भी समय-समय पर देखभाल का छात्रों से अनुरोध किया। इस अवसर पर मिशन द्वारा कॉलेज परिसर में गमले रखवाए गए तथा त्रिवेणी व अन्य पौधे लगाए गए।
स्वामी सहजानंद नाथ ने कहा कि आज हमारे सामने अनेक प्राकृतिक संकट उत्पन्न हो रहे हैं जिनमें धरती का बढ़ता हुआ तापमान, ओजोन परत को निरंतर पहुंच रहा नुकसान, भूकंप, बाढ़, सुनामी, सूखा, घटते जल संसाधन हमें चेतावनी दे रहे हैं कि यदि हमने पर्यावरण की ओर गंभीरता से विचार नहीं किया तो आने वाले समय में इससे भी गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए हम सबका दायित्व बनता है कि हम जितना प्रकृति से ले रहे हैं उसे उतना तो कम से कम लौटाएं और ऐसा हम अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर कर सकते हैं। पर्यावरण को सुरक्षित रखने में पेड़-पौधों का सबसे अधिक योगदान है। वहीं हमें ऐसे कारकों पर भी अंकुश लगाने के लिए आगे आना होगा जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। इसमें पॉलिथीन का उपयोग भी सबसे बड़ा कारक है जिसका उपयोग हमें पूरी तरह से छोडऩा पड़ेगा। ऐसे संसाधनों का कम से कम इस्तेमाल करके इसमें हम अपना योगदान दे सकते हैं। आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर हमें संकल्प लेना होगा कि हम प्रकृति व पर्यावरण को सहेजने के लिए पूरे मनोयोग से अपना योगदान देंगे।
जाट कॉलेज के प्रिंसिपल आर.एस. गोयत ने मिशन ग्रीन फाऊंडेशन के अभियान की प्रशंसा करते हुए इसमें अपना पूरा योगदान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण संरक्षण हमारी जरूरत बन चुका है यदि हम अब भी नहीं चेते तो आने वाली पीढिय़ों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। मैं मिशन ग्रीन फाऊंडेशन व स्वामी सहजानंद नाथ का विशेष तौर पर धन्यवाद व्यक्त करना चाहता हूं जो पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को जोर-शोर से चलाकर लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता पैदा कर रहे हैं। सभी लोगों को इस तरह की मुहिम से जुडक़र पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए। जाट कॉलेज पूरी तरह से उनकी मुहिम को अपना समर्थन देते हुए इसे आगे बढ़ाने का काम करेगा। इस अवसर पर कॉलेज की ओर से डॉ. राकेश, डॉ. विकास नैन, डॉ. बलबीर सिंह, डॉ.कर्ण सिंह देसवाल सहित अन्य स्टाफ सदस्य, मिशन ग्रीन फाऊंडेशन की टीम के सदस्य व छात्र मौजूद रहे।