लालकिला ग्राउंड स्थित 15 अगस्त पार्क में विश्व प्रसिद्ध लवकुश रामलीला कमिटी द्वारा आयोजित किए जा रहे रामलीला के तीसरे दिन मंगलवार को लीला मंचन की शुरुआत गौरी पूजन से हुई। उसके बाद रामचंद्र का जनकपुर आगमन, राम-लक्ष्मण का जनकपुर भ्रमण, गुरु विश्वामित्र का जनकजी से मुलाकात, राम-लक्ष्मण द्वारा गुरु विश्वामित्र की सेवा, शिव-पार्वती के बीच वार्तालाप, चिंताग्रस्त सीता और जनक जी के पास नारद का आगमन, सीता स्वयंवर, धनुष विखंडन से उत्पनन्न परशुराम का क्रोधित होना, राम विवाह का संदेश अयोध्या भेजना, शिव-पार्वती द्वारा राम-सीता विवाह का वर्णन, बारात का स्वागत एवं राम-सीता का विवाह संपन्न होने से संबंधित प्रसंगों का मनोहारी मंचन किया गया। लीला के अलग-अलग किरदारों में अमित घनश्याम (नारद), गगन मलिक (रामचंद्र), मोहित (लक्ष्मण), मनीष चतुर्वेदी (शिव), अलका तिवारी (पार्वती), बकुल (विश्वामित्र), मनोज नरेंद्र दत्त (दशरथ), अंजना सिंह (सीता), डॉ. हर्षवर्धन (राजा जनक), सन्नी शर्मा (भरत), राजीव त्यागी (परशुराम) ने अपने-अपने किरदारों में अभिनय के इंद्रधनुषी रंग भरकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
रामलीला मंचन देखने उमड़ रही दर्शकों की भीड़ से उत्साहित लवकुश रामलीला कमेटी के प्रधान अशोक अग्रवाल ने कहा ि कइस बार की लीला में लाइटिंग की ऐसी व्यवस्था की गई है, जो लीला के दृश्यों को और भी भव्य एवं बिल्कुल सजीव बना देते हैं। लाइटिंग के लिए एक्सपर्ट टेक्नीशियंस की मदद ली गई है, जो थ्रीडी का अहसास देते हैं। कमेटी के प्रधान कहते हैं कि आम लोगों की ओर से रामलीला मंचन के प्रति दिखाया जा रहा अतिरिक्त उत्साह हमारे जोश को दूना कर रहे हैं। हमने अपनी ओर से लीला को भव्य बनाने में कोई कसर शेष नहीं छोड़ी, इसलिए भी लोग पूरे लीला मंचन के दौरान यहां जमे रहते हैं।