लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पटना में CBI ने शुक्रवार को RJD चीफ लालू प्रसाद यादव के घर दबिश डाली। पटना के अलावा CBI ने दिल्ली, रांची, पुरी, गुड़गांव समेत लालू के 12 ठिकानों पर छापा मारा और तफ्सील से तलाशी ली। CBI ने पूर्व रेलमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और IRCTC के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। लालू यादव पर आरोप है कि जब वे रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी के टेंडर जारी करने में धांधली हुई थी।
बता दें, 1000 करोड़ के बेनामी संपत्ती मामले में 16 मई को आयकर विभाग ने लालू से जूड़े 22 रियल एस्टेट कारोबारियों के यहां छापेमारी की थी।
जमीन की एवज में पहुंचाया होटल चेन को फायदा
लालू यादव पर आरोप है कि, 2006 में रेलमंत्री रहते हुए उन्होंने एक होटल चेन को करोड़ो की जमीन के एवज में कथित तौर पर फायदा पहुंचाया था। अब इसी जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा है। जिसकी कीमत मॉल बन जाने के बाद 700 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
गौरतलब है कि, लालू यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ भी बेनामी प्रॉपर्टी की कार्रवाई चल रही है। जिस सिलसिले में कुछ दिन पहले दोनों ईडी-इनकम टैक्स के सामने पेश हुए थे।
BJP ने लगाए आरोप
बीजेपी ने RJD चीफ लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाए है कि, लालू ने कारोबारी को रेलवे के होटल दिए, जिसके बदले में उनसे 200 करोड़ की जमीन ली। सुशील मोदी ने दावा किया था कि, रेल मंत्री रहते हुए लालू ने झारखंड के रांची और ओडिशा के पुरी में रेलवे के दो होटल गलत तरीके से कारोबारी हर्ष कोचर को दिए थे। बदले में पटना में 200 करोड़ रुपए कीमत की 2 एकड़ से ज्यादा जमीन बेनामी तरीके से डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम करवा ली।
वहीं, बीजेपी नेता ने आरोप लगाया की पटना की इसी जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा 7.5 लाख स्क्वेयर फीट का मॉल बनाया जा रहा है। लालू के बेटों ने इस अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल की मिट्टी गलत तरीके से चिड़ियाघर को बेची है।
संवाददाता, ऋषभ अरोड़ा