राजद अध्यक्ष लालू यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती को राजद से राज्यसभा सीट देने का ऑफर दिया था लेकिन मायावती ने ऑफर तो छोड़ो, लालू की 27 अगस्त को ‘भाजपा हटाओ- देश बचाओ’ रैली में भी आने से इन्कार कर दिया है।
मायावती के इस फैसले से एक ओर जहां लालू को करारा झटका लगा है, वहीं भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की जो कवायद चल रही है उसकी भी हवा निकल गई है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में ‘भाजपा हटाओ- देश बचाओ’ रैली आयोजित की है। इस रैली में गैर एन.डी.ए. दलों के सभी शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
लालू को उम्मीद थी कि उनकी रैली में पहली बार सपा और बसपा एक मंच पर नजर आएंगे। देश की मौजूदा सियासत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की लगातार कोशिश की जा रही है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने आज लखनऊ में जारी एक बयान में कहा कि उनका कोई भी आधिकारिक ट्विटर अकाऊंट नहीं है और इसलिए ट्विटर के माध्यम से जारी किए गए ‘‘पोस्टर’’ के संबंध में प्रकाशित व प्रसारित होने वाली खबरें गलत व मिथ्या प्रचार हैं जिसका बसपा खंडन करती है। मायावती ने कहा कि 27 अगस्त को प्रस्तावित विपक्ष की रैली से संबंधित कुछ अखबारों में खबरें छपी हैं, वह सही नहीं हैं।