नीतीश कुमार के इस्तीफे के इस कदम के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी मीडिया के सामने आए और नीतीश कुमार पर कई संगीन आरोप लगाए. लालू यादव ने नीतीश कुमार पर विभिन्न धाराओं के तहत लगे आरोपों की फेहरिस्त बताई. आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, नीतीश कुमार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज है, जिसमें उन्हें उम्र कैद की सजा भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद चुनावी हलफनामे में 302 और 307 की धारा के तहत केस की बात स्वीकारी थी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, नीतीश ने कहा था मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. नीतीश और मोदी में सेटिंग है. BJP से समर्थन पर नीतीश ने ना नहीं कहा.
वहीं लालू यादव ने साथ ही कहा कि महागठबंधन अकेले नीतीश कुमार का फैसला नहीं था. उन्होंने कहा, हम बिहार में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहते. आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस मिलकर नया नेता चुने. ना तेजस्वी, ना नीतीश कोई तीसरा राज्य का मुख्यमंत्री बने.
वहीं तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जेडीयू की तरफ से सार्वजनिक सफाई मांगे जाने के सवाल पर आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, जेडीयू कोई थाना नहीं और जेडीयू के प्रवक्ता सीबीआई नहीं हैं. हमने संबंधित जांच एजेंसी को सफाई देने की बात कही थी.