बुधवार 26 मई, 2021: छात्रों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों को संरक्षण और संबद्ध विषयों के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से, जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (JIBS) ने ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में ‘पर्यावरण अपराध’ पर 2 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन किया।
सम्मेलन में पर्यावरण अपराध और वन्यजीवों के संरक्षण के संदर्भ में , संरक्षण अपराध विज्ञान, वन्यजीव व्यापार और मानव कल्याण पर पड़ने वाले इसके प्रभाव,व अन्य विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया।अपराध विज्ञान, कानून और अन्य संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले 200 से अधिक विद्वानों और शोधकर्ताओं ने इस दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लिया।
जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) के प्रधान निदेशक प्रोफेसर डॉ. संजीव पी. साहनी ने पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जैव विविधता के लिए बढ़ते वैश्विक खतरों और इसकी रक्षा के लिए विभिन्न हस्तक्षेपों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा “पृथ्वी कार्यविधि की बारीकियों को समझना, वैकल्पिक ऊर्जा प्रणालियों का मूल्यांकन, प्रदूषण नियंत्रण और शमन, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, और वैश्विक जलवायु परिवर्तन के प्रभाव आज की दुनिया में आवश्यक हैं और हमारी लगातार बढ़ती मांगों और पर्यावरण पर निर्भरता के साथ और अधिक शोध इस क्षेत्र में आवश्यक हैं ”।
डॉ साहनी ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे पाठ्यक्रमों की आवश्यकता संगठनों, सरकारों और व्यक्तियों द्वारा व्यक्तिगत कार्यों के माध्यम से पृथ्वी के प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने के अभ्यास पर केंद्रित है।डॉ साहनी ने कहा ” ये पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को अन्य संबद्ध विषयों के साथ अंतःविषय दृष्टिकोण के माध्यम से प्रकृति संरक्षण को समझने में मदद करेगा ।
ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स, जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज की पहल का एक हिस्सा है , जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं के सहयोग से मानव व्यवहार और कार्यों में महत्वपूर्ण मुद्दों को अकादमिक दृष्टिकोण से संबोधित करने के लिए बहु-अनुशासनात्मक और अनुभवजन्य अनुसंधान में संलग्न है।