“जज़्बा थिएटर फेस्टिवल’ कलाकारों को वह मंच प्रदान करता है जिसके माध्यम से कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन करने का अवसर मिले और समाज इन कलाकारों से रूबरू हो’- उक्त कथन रामानुजम कॉलेज के चेयरमैन डॉ. जिगर चंपकलाल इनामदार ने कहे।
वही रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस.पी अग्रवाल ने भी जज़्बा थिएटर फेस्टिवल के आयोजकों की पीठ थपथपाते हुए उन्हें शाबाशी दी कि वे दिल्ली के थिएटर आर्टिस्टों को मौका देने का सराहनीय कार्य कर रहा है। सागर नागपाल मेमोरियल नुक्कड़ नाटक उन सभी कलाकारों को समर्पित है जिनका सपना है बड़ा कलाकार और अभिनेता बनना। जज्बा थिएटर ग्रुप के सागर नागपाल की याद में समर्पित नुक्कड़ नाटक सभी आर्टिस्टों को मंच प्रदान करने का विगत 11 वर्षों से कार्य कर रहा है।
दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित थिएटर समूहों में से एक, जज़्बा थिएटर ग्रपु ने 8 व 9 मार्च को सागर नागपाल मेमोरियल
नुक्कड़ नाटक के 11वें संस्करण व तीसरे स्टेज प्ले “रूबरू’ का आयोजन किया। यह कार्यक्रम त्रिवेणी कला सगंम, मंडी हाउस में आयोजित किया गया था, जो एक बड़ी सफलता रही और इसमें समाज के सभी क्षेत्रों से लोग शामिल हुए।
प्रतियोगिता का प्रारंभिक दौर सर्वप्रथम रामानजुम कॉलेज में आयोजित किया गया था, जिसमें 56 टीमों ने भाग लिया
था। शीर्ष 5 टीमों ने ग्रैंडफिनाले के लिए क्वालीफाई किया, जो 08 व 9 मार्च को त्रिवेणी कला सगंम, मंडी हाउस में
आयोजित किया गया था और प्रबुद्ध नाट्य प्रेमियों के समक्ष प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम को देश भर के कई मीडिया हाउसों ने कवर किया, जिससे यह दिल्ली के सबसे बड़े स्ट्रीट थिएटर फेस्टिवल में से एक बन गया है।
पहला पुरस्कार गार्गी कॉलेज की टीम क्षितिज को मिला, जबकि शहीद भगत सिहं कॉलेज (एम) की टीम को
दूसरा पुरस्कार मिला। महाराजा अग्रसन इंस्टीट्यटू ऑफ मनैजमेंट स्टडीज की समग्र टीम ने दर्शकों के साथ-साथ
जजों को भी प्रभावित किया और तीसरा पुरस्कार जीता।
नटुवे टीम को सर्वश्रेष्ठ संगीत के लिए अमन सक्सेना पुरुस्कार के विजेता के रूप में चुना गया। सर्वश्रेष्ठ स्क्रिप्ट का पुरस्कार क्षितिज को जाता है। इस दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए
भाविका जैन और अंशिता पांडे को पुरस्कार दिया गया।
स्टेज प्ले “रूबरू’ प्रतियोगिता के लिए प्रथम पुरस्कार स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज की टीम आईना ने जीता, जबकि शहीद भगत सिंह कॉलेज की टीम नटुवे ने दूसरा पुरस्कार जीता। (महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट) की टीम सिफ़र ने भी निर्णायकों को प्रभावित करते हुए तीसरा पुरस्कार जीता।
सर्वश्रेष्ठ डिजाइन और निर्देशन का पुरस्कार शहीद भगत सिंह कॉलेज (एम) से नटुवे को जाता है। इस दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए रिया रावत और रितिका को पुरस्कृत दिया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है, और लोगों को हमारे समाज में प्रचलित विभिन्न सामाजिक मुद्दों और उनसे निपटने के तरीके के बारे में जागरूक करना है ।
इस आयोजन ने सामाजिक असमानता, पर्यावरणीय गिरावट, और लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दों की ओर भी दर्शकों का ध्यान दिलाया गया।
जज़्बा थिएटर ग्रुप इस आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी भागीदारों और समर्थकों के प्रति अपनी
हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता है। उनके समर्थन से ही इतने बड़े और प्रभावशाली कार्यक्रम का आयोजन
करने में मदद मिली। हम अपने समुदाय में रंगमचं की कला और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए तत्पर है।
हिम्मत सिंह नेगी ने दोनों दिन मंच संचालन किया व जज्बा थिएटर समिति के संस्थापक अनुराग दास माथुर व निर्देशक योगेश कुमार ने इस सफल आयोजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दर्शकों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।