आईएसआईएस से जुड़े तमिलनाडु के सुबाहानी हाजा मोइदीन ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. मोइदीन ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि आईएस के कब्जे वाले सीरियाई शहर रक्का में ज्यादातर भारतीय लड़ाके आईएस की ओर से जंग लड़ रहे हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पूछताछ में आईएस आतंकी मोइदीन ने बताया कि भारत से आईएस में शामिल होने गए ज्यादातर युवाओं को रक्का में ही तैनात किया गया हैं. वहीं मोइदीन ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि आईएस में शामिल होने के लिए केरल से गए 22 लड़ाके अफगानिस्तान में जंग लड़ रहे हैं.
मोइदीन ने आगे बताया कि साल 2014 में 60 से ज्यादा भारतीय आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया पहुंचे थे. वह सभी जंग में मारे गए. मोइदीन ने आगे बताया कि साल 2015 में वह तुर्की के शहर उर्फा में बॉर्डर पर लगे तारों को काट कर इराक में दाखिल हुआ था. उस वक्त उसके साथ कई देशों के आईएस आतंकी थे, जो अपने परिवारों के साथ इराक पहुंचे थे.
वहां से आईएस आतंकियों का समूह उन्हें सीरिया के किसी दूसरे शहर में ले गया, जहां उन्हें छोटे-छोटे घरों में रखा गया. उन्हें दिन में दो बार खाना दिया जाता था. मोइदीन ने आईएस आतंकियों के डेली रुटीन के बारे में बताते हुए कहा कि हर दिन वह लोग कई घंटों तक ट्रेनिंग करते थे. जिसके बाद हर रोज दो घंटे के लिए आतंकियों को धार्मिक ट्रेनिंग भी दी जाती थी.
ट्रेनिंग के बाद आईएस के तीन बड़े आतंकी उन्हें वफादारी की शपथ दिलाया करते थे. कई महीने की ट्रेनिंग के बाद उन्हें मोसुल शहर ले जाया गया. यहां मोइदीन को उमर-इब्नु-खतब-खतिबा नामक आतंकी ग्रुप में रखा गया था. मोइदीन ने बताया कि इस ग्रुप का मुखिया एक फ्रेंच नागरिक था. मोइदीन के इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां कथित बयान की जांच में जुट गई हैं.
बताते चलें कि आईएस के कब्जे वाला सीरियाई शहर रक्का तकरीबन 21 हजार स्क्वायर किमी. में फैला हुआ है. यह शहर अनाज की पैदावार के लिए मशहूर है. गौरतलब है कि इससे पहले की गई पूछताछ में सुबाहानी हाजा मोइदीन ने पिछले साल पेरिस में हुए आतंकी हमले में शामिल एक आतंकी को अपना लीडर बताया था. सुबाहानी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अन्य देशों के जिहादियों के साथ सीरिया में आईएस की ओर से जंग लड़ चुका है. 31 साल के सुबाहानी हाजा मोइदीन को पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था.