पुणे : कप्तान विराट कोहली और केदार जाधव के शतकीय पारी के दम पर भारत ने आज इंग्लैंड को पहले वनडे मैच में तीन विकेट से हरा दिया है. भारत की जीत में कप्तान विराट कोहली और जाधव की अहम भूमिका रही. कोहली ने आज वनडे कैरियर का 27वां शतक जमाया. उन्होंने 105 गेंद पर आठ चौकों और 5 छक्कों की मदद से 122 रन बनाये. वहीं केदार जाधव ने वनडे कैरियर का पहला शतक जमाया. जाधव ने तूफानी पारी खेलते हुए महज 76 गेंद पर 12 चौके और 4 छक्के की मदद से 120 रन बनाये.
इंग्लैंड के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ओपनर शिखर धवन (1) और केएल राहुल (8) जल्द ही आउट होकर पवेलियन लौट गये. दोनों के आउट होने के बाद मैदान पर विराट कोहली और युवराज सिंह की जोड़ी रंग दिखाना शुरू किया. युवी का तेवर आज बड़ी पारी खेलने की लग रही थी, लेकिन उन्होंने गेंद को उठाकर खेलने की कोशिश की और 15 रन बनाकर आउट हो गये. इसके बाद पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी जल्छ ही 6 रन बनाकर आउट हो गये.
टीम इंडिया काफी मुश्किल में आ गयी थी, लेकिन केदार जाधव और विराट कोहली ने संभलकर खेलते हुए टीम इंडिया का स्कोर 200 के पार पहुंचाया. दोनों के बीच आज पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 200 रन की साझेदारी बनी. विराट कोहली शतक बनाने के बाद 122 रन पर अपना विकेट खो दिये. कोहली के आउट होने के कुछ देर बाद जाधव भी 120 रन पर अपना विकेट खो दिया. इसके बाद पिछले बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए मैच को जीत लिया. हार्दिक पांडया 40 रन और अश्विन 15 रन बनाकर अंत तक आउट नहीं हुए. पांडया ने 48वें ओवर की पहली गेंद पर ही जब जीत के लिए एक रन की दरकार थी उस समय छक्का लगाकर जीत दिला दी.
भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने भारत के सामने 351 रन का विशाल लक्ष्य रखा है. इंग्लैंड की टीम ने 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 350 रन बनाये. मेहमान टीम की इस विशाल लक्ष्य में जेसन रॉय (73), जो रुट (78) और बेन स्टोक्स की तूफानी पारी की अहम भूमिका रही.
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने भारत की लचर गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाकर पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां अपनी टीम का स्कोर सात विकेट पर 350 रन तक पहुंचाया. सलामी बल्लेबाज जैसन राय (73) और जो रुट (78) ने शुरू में रन बटोरे जबकि बाद में बेन स्टोक्स (62) ने तूफानी अर्धशतक जमाया, जिससे इंग्लैंड भारतीय टीम के लिये अपना सर्वोच्च स्कोर बनाने में सफल रहा. विराट कोहली ने वनडे के कप्तान के रुप में भारतीय क्रिकेट में नये अध्याय की शुरुआत की और टास जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया जिसने अपनी पारी अच्छी तरह से आगे बढायी.
राय ने शुरू में आक्रामक तेवर अपनाये. उन्होंने 61 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके लगाये जबकि रुट ने पारी का अच्छी तरह से संवारा. रुट ने 95 गेंदें खेली तथा चार चौके और एक छक्का लगाया. कप्तान इयोन मोर्गन (28) और जोस बटलर (31) ने भी अच्छी शुरुआत की लेकिन वे उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये. आखिर में बायें हाथ के बल्लेबाज स्टोक्स ने डेथ ओवरों में धुआंधार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया. उन्होंने 40 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और पांच छक्के लगाये.
स्टोक्स ने 33 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया जो इंग्लैंड की तरफ से भारत के खिलाफ नया रिकार्ड है. जहां तक इंग्लैंड का भारत के खिलाफ इससे पहले सर्वोच्च स्कोर का सवाल है तो इससे पहले वह आठ विकेट पर 338 रन था जो उसने विश्व कप 2011 में बेंगलुरु में बनाया था. भारतीय गेंदबाज डेथ ओवरों में रनों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहे.
आखिरी दस ओवरों में 115 रन बने. इनमें से 105 रन अंतिम आठ ओवरों में बने. भारत की तरफ से हार्दिक पंड्या ने 46 रन देकर दो और जसप्रीत बुमराह 79 रन देकर दो विकेट लिये. बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ही कुछ प्रभाव छोड़ पाये. उन्होंने 50 रन देकर एक विकेट लिया.
टेस्ट मैचों में अपना जलवा बिखेरने वाले आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आठ ओवरों में 63 रन दिये और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला. तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 63 रन लुटाये और एक विकेट लिया. इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत की.
भारत में पहली बार किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में उपयोग की जा रही निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का सहारा तीसरे ओवर में ही राय ने लिया जिन्हें विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया था. रेफरल से उन्हें जीवनदान मिला जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया.
हेल्स जब प्रवाह में आने की कोशिश कर रहे थे तब बुमराह का नान स्ट्राइकर छोर पर डीप से फेंका गया थ्रो विकेट पर लग गया और वह रन आउट हो गये. अभ्यास मैचों में नहीं खेलने वाले रुट उनका स्थान लेने के लिये क्रीज पर उतरे जबकि राय ने दस चौकों की मदद से 36 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. तेज गेंदबाजों के प्रभाव नहीं छोड़ पाने के कारण कोहली ने जडेजा को गेंद सौंपी जिन्होंने रन गति पर कुछ अंकुश लगाया.
अश्विन को 13वें ओवर के बाद गेंद सौंपी गयी. वह राय का विकेट ले लेते लेकिन थर्ड मैन पर उमेश ने कैच छोड दिया. भारत को हालांकि यह महंगा नहीं पड़ा और जडेजा ने अगले ओवर में उन्हें महेंद्र सिंह धौनी के हाथों स्टंप आउट करा दिया. राय और रुट ने दूसरे विकेट के लिये 69 रन जोड़े. मोर्गन ने अश्विन पर छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाये लेकिन डीआरएस ने उनका साथ नहीं दिया. मैदानी अंपायर ने मोर्गन को नाबाद दिया था लेकिन पंड्या की गेंद पर कैच लेने वाले धौनी ने डीआरएस लेने के संकेत दिये और उनका फैसला सही साबित हुआ.
अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. जडेजा ने अपने पहले पांच ओवर में 19 रन दिये थे लेकिन इसके बाद रुट और बटलर दोनों ने उन पर छक्के लगाये. इन दोनों के बीच चौथे विकेट के लिये 63 रन की साझेदारी पंड्या ने तोडी जिन्होंने बटलर को मिड आफ पर शिखर धवन के हाथों केच कराया.
बुमराह ने रुट को धीमी गेंद पर आउट करके भारत को कुछ राहत दिलायी लेकिन स्टोक्स के सामने उनकी एक नहीं चली. स्टोक्स ने बुमराह पर छक्का जडकर अपना अर्धशतक पूरा किया. स्टोक्स 48वें ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गये. मोईन अली ने 28 रन बनाये जबकि क्रिस वोक्स और डेविड विली ने स्कोर 350 रन तक पहुंचाया.
इंगलैंड ने 32 वर्षों से नहीं जीती है सीरीज
इंग्लैंड का सवाल है, तो उसने वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया है, हालांकि उसने 1984-85 से भारत में सीरीज नहीं जीती है. इंगलिश टीम आखिरी बार 2012-13 में भारत दौरे पर आयी थी. तब इंडिया ने पांच मैचों की वनडे सीरीज 3-2 से जीती थी. कप्तान इयोन मोर्गन ने प्रभावशाली तरीके से टीम की अगुवाई की है, हालांकि हाल में उनकी खुद की फार्म अच्छी नहीं रही है. जिस तरह से पहले अभ्यास मैच में देखने को मिला कि जैसन राय और एलेक्स हेल्स की सलामी जोड़ी खतरनाक साबित हो सकती है.
भारत : विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी, लोकेश राहुल, शिखर धवन, मनीष पांडे, युवराज सिंह, अंजिंक्य रहाणे, हार्दिक पंड्या, केदार जाधव, रविचंद्रन अश्विन, अमित मिश्रा, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव.
इंगलैंड : इयोन मोर्गन, मोईन अली, जोनाथन बेयरस्टॉ, जैक बॉल, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, लियाम डासन, अलेक्स हेल्स, लियाम प्लंकेट, आदिल रशीद, जो रुट, जैसन राय, बेन स्टोक्स, डेविड विली और क्रिस वोक्स.