बिहार अपडेट: मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए एक बार फिर से देशभर के किसान संसद मार्च कर रहे है. किसानों की कर्जमाफी और फसलों की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य दिए जाने समेत कई मांगों को लेकर विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली में इकट्ठा हुए हैं. दो दिवसीय किसान मुक्ति मार्च आज संसद की ओर बढ़ रहा है. किसानों ने सरकार और प्रशासन को बताया है कि अगर उन्हें संसद की ओर जाने से रोका गया तो फिर वे न्यूड प्रदर्शन करेंगे. किसान इस बार सिर्फ तीन मांगों को लेकर यह आंदोलन कर रहे हैं. उनकी पहली मांग है कि उन्हें कर्ज से पूरी तरह मुक्ति दी जाए और दूसरी अपनी दूसरी मांग में फसलों की लागत का डेढ़ गुना मुआवजा चाहते हैं. तीसरी मांग है कि वह विशेष संसद सत्र चाहते हैं. ऐतिहासिक रामलीला मैदान पर लाल टोपी पहने और लाल झंडा लिए किसान, ‘अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए’ जैसे नारे लगाते दिखे.
वे रात रामलीला मैदान में ही बिताते दिखे और शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर संसद की तरफ मार्च करते बढ़े. किसानों के इस आंदोलन को डाक्टर, वकील, पूर्व सैनिक, पेशेवर और छात्रों सहित समाज के तमाम वर्गों के लोगों का साथ मिला है. इतना ही नहीं, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने भी अपना समर्थऩ दिया है. पुलिस के मुताबिक, किसानों के मार्च को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.