साल 2020 का स्वागत करते समय शायद किसी ने भी इस बात की कल्पना भी नहीं की होगी की ये साल उसके जीवन का सबसे बुरा साल साबित होने वाला होगा। मुझे लगता है कि अधिकांश लोग इस साल को एक बुरा स्वप्न मानकर हमेशा के लिए भुला देना चाहेंगे। कोरोना के प्रकोप ने पूरी मनुष्य प्रजाति को अपने घुटनों पर झुका दिया है। विश्व के तमाम विकसित, विकासशील देश इस बीमारी से लड़ने में अपने को असहाय मान रहें हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन अगर हम देखे तो पूरे विश्व में अभी तक जिस तरह की तबाही देखने को मिली है हमारा देश अभी बचा हुआ है। 138 करोड़ की आबादी वाले देश ने कोरोना के सामने घुटने नहीं टेके हैं तो इसके पीछे है इस देश की सनातन संस्कृति, यहां के लोगों का हौसला। एक दूसरे के साथ खड़े होने की आदत।
ऐसे कठिन समय में भारतीय सिनेमा की 165 से अधिक दिग्गज हस्तियां एक साथ एक मंच पर आकर देश के लोगों को इस बात का हौसला देने के लिए आयीं की ये वक्त हमेशा रहने वाला नहीं है। हौसला रखो ये वक्त भी गुज़र जाएगा। गुज़र जाएगा… एक ऐसा गीत जो हौसला देता है मौजूदा हालात से लड़ने का, कुछ ठहरने का, कुछ सोचने का। जीवन में सकारात्मक सोच रखने का। इस गीत को देश के 50 गायकों ने गाया है 115 कलाकारों ने इसमें सहयोग दिया है और सबसे बड़ी बात सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी इसका हिस्सा बने हैं। देश के युवा संगीतकार गायक जैज़िम शर्मा ने इस गीत का संगीत तैयार किया है। जैज़िम का कहना है कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने का अवसर मिला। इतने सारे कलाकारों को एक मंच पर लाकर उनके साथ काम करना उनके लिए बड़ा अनुभव रहा।
गुज़र जायेगा… का निर्माण एवं परिकल्पना की है वरुण गुप्ता की, इसका निर्देशन किया है जय वर्मा ने।
तो क्या हुआ दोस्तों ये वक्त बुरा है…वक्त ही तो है… गुज़र जाएगा…