ना जाने क्यों भागलपुर जिला बदनामी और गुमनामी से बाहर निकलने का नाम ही नहीं ले रहा है. आज इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है. भागलपुर में भ्रष्टाचार का इससे जीता-जागता मिसाल और क्या हो सकता है कि जिस योजना का उद्घाटन करने कल यानी बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भागलपुर आते वो योजना मंगलवार की शाम ही बह गयी. अभी लोग सृजन की मार से बेहाल भागलपुर के लिए ये किसी सदमे से कम नहीं है.
भागलपुर स्थित कहलगांव बटेश्वभ्र गंगा पंप नहर का बांध मंगलवार को उद्घाटन से पहले ही टूट गया. इससे अफरा-तफरी मच गई. नहर का पानी कहलगांव एनटीपीसी के आवासीय परिसर में प्रवेश कर गया है और काफी भयावह स्थिति बनी हुई है. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर बांध बनाने में कितनी बड़ी अनियमितता की गई होगी इसका आप अनुमान लगा सकते है. हर तरफ भ्रस्टाचार का बोलबाला है, क्या इसे सुशासन कहेंगे? जनता कबतक बेवकूफ बनते रहेगी ? शायद कार्रवाई के बाद खानापूर्ति का खेल भी चलेगा..
बांध के टूटने के कारण उद्घाटन कार्यक्रम को टाल दिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन के साथ-साथ सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव, जिलाधिकारी और जिलाधीक्षक घटना स्थल पर पहुंचे.