आज संपूर्ण विश्व कोरोना के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना का प्रभाव पूरे विश्व पर दिखाई दे रहा है। इससे भारत भी अछूता नहीं है। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य राजेश महाराज ( गुरूजी) ने कोरोना के भारत पर प्रभाव क्या होंगे, इसका ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विश्लेषण किया है।
राजेश जी की ज्योतिष गणना के अनुसार 14 मई 2020 को सूर्य कुंडली का लग्नेश शुक्र एवं भारतवर्ष की कुंडली का लग्नेश भी शुक्र है। गुरू, शुक्र, शनि, राहु, केतु तथा बुध व नेप्च्यून आदि 7 ग्रहों का वक्र प्रभाव मई के तीसरे सप्ताह से 30 जून व जुलाई 28 तक रहेगा। ये समय विशेष परेशानी पैदा करने वाला रहेगा।
21 जून 2020 को मृगशिरा नक्षत्र एवं मिथुन राशि में लगने वाला सूर्य ग्रहण देश में अशांति, अस्थिरता एवं प्राकृतिक उत्पात, भूकंप, आंधी, तूफान,बाढ़ वर्षा, अग्निकांड, महामारी रोग आदि को बढ़ाने वाला है।
देश की चंद्रकुंडली से रोगेश गुरु का वक्री हो केतु से संबंध बनाना रोग एवं धार्मिक उन्माद, मार्ग दुर्घटना (बस,रेल,वायुयान, समुद्री जहाज) को देने वाला है।
विशेष- 23 मई से 5 जून तक मौसम परिवर्तन, समुद्री तूफान एवं वर्षा से जन-धन हानि। मार्ग यातायात बाधित व दुर्घटना के संकेत हैं।
31 मई से 9 जून 2020, 6 जून से 21 जून 2020, 12 जून से 9 जुलाई के बीच कोरोना का प्रभाव अपने चरम पर होगा। मृ्युदर बढ़ेगी, संक्रात्मकता बढेगी।
31 मई के बाद लॉक डाउन भी 5.0 भी बढ़ेगा।
पाक एवं अक्साई चीन सीमा पर तनाव बढ़ेगा।
सेना को विदेशी गुप्तचरों से सावधान रहना होगा।
(ये आचार्य जी की अपनी गणना है।)
बैनर पिक्चर साभार www.pexels.com, फोटोग्राफर Samer Doboul