कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है | हमारे देश भारत में यह धीरे-धीरे बढकर कम्युनिटी स्प्रेड की स्थिति में आ गया है | फिलहाल आज की तारीख मे दुनिया के संदर्भ में देखा जाए तो भारत का नंबर 28,770 मृतकों के साथ सातवें नंबर है | यहां 4,12,517 केस एक्टिव है और 7,52,393 अबतक ठीक भी हूए |
अब सबके मन में एक ही सवाल है कि कोरोना से कैसे मुक्ति मिलेगी ? क्या हम इस महामारी से अपने आप को बचा पाएंगे ? क्योंकि हमारे देश में पहले लॉकडाउन किया गया फिर लॉकडाउन खोला गया उसके बाद मरीजों की संख्या और ज्यादा बढ़ गई | इस बीमारी ने अब ज्यादा बड़ा रूप ले लिया मारीजों और मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी साथ में लोगों की चिंताएं भी बढ़ने लगी |
आइए आपको कोरोना महामारी से संबंधित कुछ ज्योतिषीय तथ्यों से अवगत कराते हैं | जिसे मैंने विगत 4 महीनों में अपने जानने वाले वैसे लोग जो इस कोरोना वायरस का सामना कर चुके हैं और जिनकी कुंडली मेरे पास है | उनके ग्रह स्थिति एवं ग्रह योगों का तुलनात्मक अध्यन कर कोरोना पर मैंने एक अनुसंधान किया है | मेरे जानकारी में अब तक 50 लोगों को कोरोना हुआ और उसमें से 49 लोग इस बीमारी से ठीक हुए हैं सिर्फ 1 का निधन हुआ वो भी पहले से कई असाध्य बिमारी से ग्रसित थे | सबसे बड़ी और अच्छी बात यह रही कि इसमें से सिर्फ 3 लोगों को अस्पताल जाना पड़ा शेष सभी लोग घर में रहकर ही अपना इलाज कर ठीक हुए | भविष्य में उन सभी की सहमति से मैं सभी नामों तथा उनकी कुंडली आपके सामने रखने का प्रयास करूंगा |
फिलहाल सबसे पहले यह जानना आप लोगों के लिए जरूरी है कि वह कौन सी ग्रह स्थिति है जो किसी व्यक्ति को कोरोना से ग्रसित कर रही है ? मेरी दृष्टि में कुछ महत्वपूर्ण ज्योतिषीय तथ्य इन 50 लोगों पर अनुसंधान में निकली वह इस प्रकार है:~
1.सभी कुंडलियों में चंद्रमा या बुध अन्यथा दोनों पाप ग्रह राहु केतु या शनि से पीड़ित थे |
2.कुंडली का द्वितीय, चतुर्थ, छठे,आठवें या बारहवें भाव से संबंधित अशुभ ग्रह की दशा अंतर्दशा या प्रत्यंतर दशा चल रही थी |
3.कुंडली में राहु, केतु, शनि या पाप ग्रहों से पीड़ित सूर्य या चंद्र की महादशा चल रही थी |
4.सभी कुंडलियों में प्रत्यंतर दशा पीड़ित ग्रह की चल रही थी तथा उस ग्रह की गोचर में अशुभ स्थिति बनी हुई थी |
अब आपके लिए यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि उनलोगों ने कैसे अपने घर में रहकर इस कोरोना को मात दी ? किसी ने 10 दिन में कोरोना से मुक्ति पाई तो किसी दे ने 7 दिन में ही अपनी सामान्य स्थिति कर ली | किंतु अन्य लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर सभी ने खुद को लगभग 14 दिनों तक एकांतवास में रखा | उन सभी लोगों के कुछ अनुभवों को आपसे साझा कर रहा हूं |
सभी ने एक काम किया संक्रमित होने के बाद हिम्मत से काम ले खुद को अलग कमरे में आइसोलेट कर रखा | लगातार गुनगुना नींबू पानी का सेवन करते रहे |सभी चिकित्सकों से फोन के माध्यम से संपर्क मे रहे | बुखार आने पर पेरासिटामोल 500 mg से अधिक पावर का लिया , अज़िथ्रल 250 mg सुबह रात्रि, प्रत्येक दिन जिंक की गोली, मल्टी विटामिन की गोली, विटामिन C तथा एलर्जी की दवा लेते रहे | सामान्य योगा अनुलोम विलोम, कपालभाती तथा सूर्य नमस्कार करते रहे | हां सबने हिम्मत नहीं हारी और कोरोना को मात दी |
विशेष : 15 सितंबर 2020 से 20 नवंबर 2020 के मध्य वृहस्पति धनु राशि (स्वराशि) धनु में वक्री से मार्गी होकर शुभ रहेगा | शनि भी स्वराशि मे मार्गी रहेगा और राहु केतु अपनी राशि परिवर्तित कर चुके होंगे |
अतः निकट भविष्य में 15-09-2020 से 20-11-2020 तक ज्योतिषीय दृष्टि से कोरोना महामारी से संबंधित कुछ ना कुछ ईलाज, दवा या संक्रमण की रफतार मे कमी आनी चाहिए अन्यथा इस कोरोना वायरस के साथ अन्य वायरसों की तरह लंबे समय तक अपने दिनचर्या में कुछ आमूलचूल परिवर्तन करके हम सभी को चलना होगा |