‘फरार’ आईएएस सीके अनिल ने राष्ट्रपति और पीएम को लिखा पत्र, नीतीश पर लगाये गंभीर आरोप
बिहार अपडेट-
बिहार में एसएससी पर्चा लीक का प्रकरण पेचीदा होने के साथ-साथ दिलचस्प भी होता जा रहा है. इस बहुचर्चित घोटाले में पुलिस की नजरों में ‘फरार’ चल रहे बिहार के एक सीनियर आईएएस सीके अनिल ने सीएम नीतीश कुमार और अन्य अफसरों पर गंभीर आरोप लगाये हैं.
आईएएस सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद आईएएस सीके अनिल को एसआईटी खोज रही है लेकिन सीके अनिल उनकी गिरफ्त में नही आ रहे हैं. एसआईटी ने सीके अनिल पर सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया था. लेकिन सीके अनिल ने एक पत्र जारी किया है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार पर आरोप लगाया है कि उन्हें इनके इशारे पर फंसाने की साजिश हो रही है.
सीके अनिल ने कहा कि सीएम के इशारे पर ही एसआईटी उन्हें परेशान कर रही है. सीके अनिल ने पूरे मामले में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह को पत्र लिख कर सीबीआई जांच की मांग की है.
सीके अनिल ने यह पत्र मुंबई से जारी किया है. अनिल ने अपने पत्र में लिखा है कि एसआईटी लगातार मुझे फंसाने की साजिश कर रही है. सीएम और उनके प्रधान सचिव खुल कर मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं.
पत्र के अनुसार वो सीएम की अध्यक्षता वाली बीएसपीबी में 20 मई 2011 से कार्यरत हैं. दिसंबर 2014 में उन्हें बिहार एसएससी के ओएसडी का अतिरिक्त प्रभार मिला. इसके बाद से अब तक उन्होंने एसएससी से किसी तरह का भत्ता नहीं लिया है.
पत्र में सीके अनिल ने स्पाइनल इंज्यूरी की वजह से खुद को मेडिकल लीव पर होने की बात कही है और अपने फरार होने की बात बेबुनियाद बताया है. इस वरीय आईएएस ने लिखा है कि मैं अधिकृत अवकाश पर हूं. उन्होंने लिखा है कि मुझे 2016 में व्हिसिल व्लोअर बनने की सजा मिल रही है.