सीबीएसई द्वारा जारी हुए सकुर्लर के मुताबिक 12वीं के अर्थशास्त्र विषय (कोड 030) का री-एग्जाम 25 अप्रैल को होगा। 12वीं इकोनॉमिक्स का री-एग्जाम का पहले से एलॉट एग्जाम सेंटर पर ही होगा। इतना ही नहीं इसमें पहले वाला ही एडमिट कार्ड भी मान्य होगा। वहीं ये री-एग्जाम सिर्फ भारत में ही होगा। एब्रॉड के सीबीएसई स्टूडेंट इसमें शामिल नहीं होंगे। वहीं 10वीं मैथ (कोड 041) के री-एग्जाम की डेट अभी फाइनल नहीं है। इसको लेकर फिलहाल संशय हैं। वहीं अगर मैथ का री-एग्जाम होगा तो वह जुलाई में होगा और सिर्फ दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में ही होगा।
वहीं इस पूरे मामले में शिक्षा सचिव अनिल स्वरुप का कहना है कि री-एग्जाम का फैसला 10वीं गणित और कक्षा 12वीं के अर्थशास्त्र विषय के पेपर लीक की आई रिपोर्टों के बाद लिया गया है। छात्रों के भविष्य को देखते हुए 12वीं का री-एग्जाम जल्दी कराए जाने का फैसला लिया गया है। 12वीं के छात्रों ने कई विश्वविद्यालयों और संस्थानों में कोर्सों के लिए आवेदन कर रखे हैं। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी होगी। वहीं 10वीं मैथ के री-एग्जाम की डेट का ऐलान पेपर लीक मामले की जांच के बाद की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में आगामी 15 दिनों बाद ही परीक्षा कराए जाने का फैसला लिया जाएगा।
वहीं जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि इस चूक के लिए कौन जिम्मेदार है। इस पर उनका कहना है कि इस पर जांच दो स्तरों पर की जा रही है। मंत्रालय को भी उम्मीद है कि बहुत जल्द जांच रिपोर्ट में यह साफ हो जाएगा कि इसका जिम्मेदार कौन है। यह गलती कहां से हुई है। ऐसे में अभी बिना अंतिम जांच का परिणाम जाने इस मामले में कुछ भी कहना बेकार है। इसके अलावा जब उनसे यह पूछा गया कि क्या भविष्य में पेपर लीक का मामला दोबारा नहीं होगा तो इस पर उनका जवाब था कि इस दुनिया में किसी भी चीज की कोई गारंटी नही है। हां इस दिशा में पूरी कोशिश की जाएगी कि ऐसी घटना दोबारा नह होने पाए।