भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी ने वर्ष 2009 में भारत में तत्कालीन अमेरिकी राजदूत से कहा था कि देश को आतंकवादियों से ज्यादा खतरा चरमपंथी हिंदू समूहों से है। भाजपा प्रवक्ता कांग्रेस के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उसने कहा था कि न तो राहुल गांधी और न ही पार्टी के पदाधिकारी ने कभी ‘भगवा आतंक’ शब्द का इस्तेमाल किया। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक विशेष अदालत ने सोमवार को 2007 के मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में असीमानंद सहित पांच आरोपियों को बरी कर दिया।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने अगस्त 2010 में पुलिस अधिकारियों की एक बैठक में कहा था, ‘देश के कई बम धमाकों के पीछे भगवा आतंकवाद का हाथ है। भगवा आतंकवाद देश के लिए एक नई चुनौती बनकर उभर रहा है।’ चिदंबरम के इस बयान का उस समय भाजपा और शिवसेना ने कड़ा विरोध किया था। कांग्रेस प्रवक्ता पीएल पुनिया ने राहुल गांधी पर निशाना साधने पर सोमवार को भाजपा पर हमला किया और भाजपा से अपने दावे के समर्थन में साक्ष्य पेश करने को कहा। पुनिया ने कहा, ‘राहुल गांधी अथवा कांग्रेस पार्टी के किसी पदाधिकारी ने कभी भी यदि ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल किया है तो भाजपा उससे जुड़ा कोई वीडियो या साक्ष्य दिखाए। ‘भगवा’ आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है।’ पुनिया ने आगे कहा, ‘हमारा मानना है कि आतंकवाद को किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जा सकता।’
The BJP demands an apology from Rahul Gandhi ji, Sushil Kumar Shinde ji and P Chidambaram ji for using the term 'saffron terror'. You can't take Hindus for granted. We believe in development of all, appeasement of none: Sambit Patra,BJP pic.twitter.com/AKFvsCGWOH
— ANI (@ANI) April 17, 2018
संबित पात्रा ने सोमवार को कहा कि ‘भगवा आतंकवाद’ के जरिए कांग्रेस ने देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया और इसके लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। पात्रा ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर की ओर से तीन अगस्त 2009 को विदेश मंत्रालय को भेजे गए एक टेलिग्राम पेश किया। पात्रा ने बताया कि इस गोपनीय दस्तावेज का शीर्षक ‘राहुल गांधी एवं अन्य युवा सांसदों तक पहुंच’ था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह दस्तावेज राहुल गांधी की हिंदू-विरोधी मानसिकता का खुलासा करता है। पात्रा ने कहा कि 20 जुलाई 2009 को दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से आयोजित लंच में अमेरिकी राजदूत ने राहुल गांधी से भारत के लिए खतरे से जुड़ा सवाल पूछा था।
पात्रा के मुताबिक इस टेलिग्राम में लिखा है कि राहुल ने अमेरिकी राजदूत को बताया कि भारत के मुस्लिम समुदाय के कुछ तत्व लश्कर-ए-तैयबा के प्रति समर्थन रखते हैं लेकिन घर में पैदा हुए चरमपंथी हिंदू समूहों से देश को ज्यादा खतरा हो सकता है। ये हिंदू समूह धार्मिक तनाव बढ़ाने के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय से राजनीतिक विरोध पैदा करते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ‘भगवा आतंक’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भाजपा राहुल गांधी, पूर्व गृह मंत्रियों सुशील कुमार शिंदे एवं पी चिदंबरम से माफी की मांग करती है। पात्रा ने कहा, ‘आप हिंदुओं को हल्के में नहीं ले सकते। हम सभी के विकास और किसी का तुष्टिकरण नहीं, में विश्वास करते हैं।’