पटना- बालू,मिट्टी, मॉल और बेनामी संपत्ति मामले में उलझे राजद पर अब सृजन घोटाले का भी साया मंडराने लगा है। भाजपा ने लालू कुनबे को इस मामले में भी घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
दरअसल, बिहार राजग नेतृत्व ने विधानसभा और विधान परिषद में राजद की नारेबाजी, असंसदीय टिप्पणी और बयानबाजी को गंभीरता से लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जहां सरकारी खजाने से सैकड़ों करोड़ रुपये की लूट के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत अन्य भाजपा नेताओं को घेर रहे हैं।
वहीं, भाजपा भी तथ्यों के साथ जनता के बीच जाने और पोल खोलने की तैयारी कर रही है। भाजपा सवाल करेगी कौन थे वे लोग जिनके शासन में सृजन के बैंक खाते में सरकारी राशि जमा करने आदेश दिए गए।
सुशील मोदी ने बाकायदा पार्टी नेताओं को सृजन सहयोग समिति के 2000 से 2004 के बीच सरकारी भवन आवंटित करने के दस्तावेज उपलब्ध करा दिए है। यही नहीं, मोदी ने यह भी बताया है कि सरकारी भवन तीस से पचास वर्षों तक की लीज पर दिए गए।
दिसंबर 2003 में भागलपुर के जिलाधिकारी ने वहां के सभी प्रखंड विकास अधिकारियों, ग्रामीण विकास अभिकरण, पंचायत समिति सदस्य और भागलपुर के सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को यह आदेश दिया कि सरकारी राशि सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में जमा करें।