बिहार में अब चूहों के बाद कुत्ते भी शराबी हो गए हैं। यह हकीकत है बक्सर की। दरअसल, वहां उत्पाद विभाग द्वारा नष्ट की गई श्ाराब खुली नालियाें में बहा दी गई। इसे पीकर आवारा कुत्ते टल्ली हो गए। विदित हो कि इसके पहले पुलिस ने जब्त शराब को चूहों द्वारा नष्ट किए जाने का दावा किया था। तब इस खबर की खूब चर्चा हुई थी।
जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग ने सोमवार की रात बुलडोजर चलाकर शराब की बड़ी खेप नष्ट की। कुल 87 हजार लीटर शराब नष्ट की गई। घनी आबादी में स्थित उत्पाद विभाग के गोदाम में नष्ट इस शराब की दुर्गन्ध से आसपास के लोगों का बुरा हाल हो गया। महिलाओं व बच्चों को उल्टियां तक होने लगी। लेकिन, तमाशा तो तब हो गया, जब कुत्ते नशे में धुत्त मिले।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शराब नष्ट किए जाने के दौरान उससे उठते दुर्गन्ध के कारण अपने घरों में रहना मुश्किल हो गया था। इस कारण अनेक लोग देर रात तक बाहर ही टहलते रहे। नष्ट शराब की मात्रा इतनी ही ज्यादा थी कि उत्पाद विभाग के विशाल कैंपस में भरने के बाद नालियों से होकर बहकर निकलनी शुरू हो गई थी। इसे पानी समझकर या कौतूहल में कई अवारा कुत्ते पीने लगे।
कई स्थानीय लोगों ने बताया कि शराब पीकर कई कुत्ते सड़कों पर अजीब हरकतें करने लगे। लोगों ने तंज कसा कि बिहार में चूहों व कुत्तों पर शराबबंदी लालू नहीं। शुक्र है कि नशे में धुत्त इन कुत्तों ने किसी को काटा नहीं, अन्यथा बड़ा हादसा भी हो सकता था।
उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने 27 अगस्त को जब्त शराब नष्ट करने का आदेश जारी किया था। इसके अलावा जब्त शराब की देखरेख में भी सरकार का बहुत ज्यादा खर्च हो रहा था। इस संबंध में रविवार को मुख्यमंत्री का आदेश जारी होने के बाद रातोंरात शराब को नष्ट कर दिया गया। हालांकि, वे शराब के नालियों में बहने व कुत्तों के टल्ली मिलने की जानकारी से इन्कार कर गए।