बिहार। बिहार में बेखौफ अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अपराधियों को अब दिनदहाड़े हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देने से भी डर नहीं लगता। ऐसा ही एक मामला जहानाबाद जिले से सामने आया है। यहां बेखौफ अपराधियों ने परसबीघा थाना क्षेत्र जहानाबाद अरवल NH-110 के नेहालपुर डायवर्जन के पास एक मोटरसाइकिल सवार बैंक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक नवादा जिले के कुटरी गाँव का रहने वाला था। वह अरवल जिले में बैंक ऑफ बरौदा में मैनेजर के पद पर तैनात थे। आज वह अपने घर नवादा से बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर अरवल अपने बैंक जा रहे थे। इसी दौरान पहले से पीछा कर घात लागये तीन मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने नेहालपुर डायवर्जन के पास अंधाधुंध गोली चलना शुरू कर दी। गोली लगने से बैंक मैनेजर आलोक चन्द्रा अपना संतुलन खो बैठे और सड़क किनारे गिर गए, लेकिन अपराधियों ने उसके बाद भी उनपर और भी गोली चलाई और आराम से चलते बने।
इस घटना में बैंक मैनेजर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही आस-पास ग्रामीण घटना स्थल पर जुट गए और पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद भेज दिया। पुलिस इस घटना की जाँच में जुट गई है। हालांकि इस हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। वहीं इस घटना से परिजन काफी सदमे में हैं। मृतक के एक छोटे बच्चे और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। इस घटना की सूचना से बैंक में भी सन्नाटा पसरा है और बैंक के कर्मियों में भी घटना को लेकर काफी रोष है, लेकिन सवाल यह है कि दिनदहाड़े हुई बैंक अधिकारी की हत्या से बिहार में कानून व्यवस्था कमजोर ही बनी रहेगी या उसे मजबूत करने के लिए सरकार कुछ जतन करेगी।