मुजफ्फरपुर के पूर्व एसएसपी विवेक कुमार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विशेष सर्तकता दल की छापेमारी के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मंगलवार को दूसरे दिन भी उनके घर पर छापेमारी जारी रही और जांच दल मौजूद रहा। इसी बीच बिहार सरकार के गृह विभाग की आरक्षी शाखा से उन्हें सस्पेंड करने का आदेश जारी हो गया है। मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ही एसएसपी का प्रभार संभालेंगे। गृह विभाग ने जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक विवेक कुमार अगले आदेश तक मुख्यालय से अटैच रहेंगे। सस्पेंड होने की अवधि में उन्हें सिर्फ निर्वाह भत्ता ही दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि विवेक कुमार को किसी भी वक्त गिरफ्तार किया जा सकता है। उनके सरकारी आवास से जांच टीम को पर्याप्त सबूत मिले हैं। करीब 45 हजार रुपये के पुराने नोट, करीब 5.5 लाख रुपये कैश, 6 लाख रुपये की जूलरी के अलावा सास—ससुर के नाम पर किए गए करोड़ों के लेनदेन का भी पता चला है। कहा जा रहा है कि एसएसपी के सरकारी निवास पर अवैध हथियार भी मिले हैं। हालांकि इन सभी बातों की अाधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है।
आईपीएस विवेक कुमार के खिलाफ विशेष सतर्कता इकाई को पिछले काफी वक्त से शिकायतें मिल रहीं थीं। जांच टीम को शिकायत मिली थी कि उनकी संपत्ति उनकी आय से लगभग तीन गुना अधिक है। कुमार की तैनाती भागलपुर में भी रही थी। बताया जा रहा है कि वहां भी उनके संपर्कों पर नजर रखी जा रही है।
बिहार के इतिहास में किसी एसएसपी के सरकारी आवास पर छापा पड़ने का यह पहला मामला है। इससे पहले 2008 में स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बिहार के तत्कालीन एडीजी(होमगार्ड) नारायण मिश्रा के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की थी। आईपीएस विवेक कुमार के मुजफ्फरपुर स्थित सरकारी आवास के अलावा उनके पैतृक घर और ससुराल यानि यूपी के सहारनपुर में भी छापेमारी की गई है। बिहार की विशेष सतर्कता इकाई (एसवीयू) टीम के महानिरीक्षक रत्न संजय ने बताया कि सोमवार को ही पटना स्थित निगरानी के थाने में विवेक कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। फिलहाल हम अधिकारियों से अगले आदेश का इंतजार कर रहे हैं।